“कोरोना माई” की निर्जला ब्रत रखी महिला ने, पाखंड व अंधविश्वास ने ली उसकी जान।
न्यूज़ डेस्क-अज्ञानता और पाखंड ने पलामू के पांडु में रहने वाली 40 वर्षीय एक महिला की जान ले ली। पाखंड व अंधविश्वास भी ऐसी जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे।
किसी ने गांव वालों को बताया कि ‘कोरोना माई’ की उपवास रखने से कोरोना महामारी से उन्हें कुछ नही होगा। बस क्या था गांव की 20- 25 महिलाओं ने मिलकर ‘कोरोना माई’ की निर्जला ब्रत रख ली। इस ब्रत में वैजन्ती देवी नाम की एक 40 वर्षीय महिला भी शामिल थी। निर्जला ब्रत रखने से शाम होते-होते इसकी तबियत बहुत खराब हो गई । ब्लड प्रेशर लो हो गया । लकवा के भी लक्षण दिखाई देने लगे। रात 9 बजे तबियत ज्यादा खराब होने लगी तब उसे हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन रास्ते मे ही उनकी मौत हो गई।
महिला की मौत की खबर सुनकर जब प्रशासन ने मौत के कारणों की जानकारी गांव वालों से ली तो पता चला कि महिलाओं के बीच एक अफवाह फैली हुई थी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि कोरोना वाइरस के संक्रमण से बचने के लिए ‘कोरोना माई’ का ब्रत रखना जरूरी है। जो महिलाएं इस ब्रत को रखेंगी उनके खाते में सरकार द्वारा पैसे भेजे जाएंगे। इसी अफवाह व अंधविश्वास ने एक 40 वर्षीय महिला की जान ले ली।
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