बिलासपुर- सिरगिट्टी उप स्व0केन्द्र में आया बाई के पद में पदस्थ उत्तर दुबे का कसूर बस इतना ही था कि ऑफिस स्टाफ के अरुणा सिंह के बच्चे जो कि बाहर से शहर वापस आये हुए थे कोरेन्टीन करने को कहा तो स्टाफ को इतना बुरा लग गया कि आया बाई उत्तरा दुबे जो पिछले 5 वर्षो से इस हॉस्पिटल में आया बाई का कार्य कर रही को मानसिक इतना प्रताड़ित कर दिए कि उन्हें सिरगिट्टी थाने में रजनी रघुवंशी , संतोष सिंह के नाम से शिकायत करनी पड़ गई और बात यही खत्म नही हुई जब इनको पता लगा कि उनके खिलाफ थाने में शिकायत की है तो इन्होने अपने उच्च अधिकारीयो से मिलकर मकान खाली करने का नोटिस भी भिजवा दिया।
उत्तरा दुबे (आया बाई )उप स्वास्थ्य केंद्र,सिरगिट्टी, बिलासपुर
आपको ज्ञात हो कि उत्तरा दुबे जीवन दीप समिति की ओर से 2000/ रुपये मासिक आय में पिछले 5 वर्षो आए यँहा आया बाई का काम कर रही है इनके दो छोटे- छोटे बच्चे है पति की 5 वर्ष पहले ही मृत्यु हो चुकी है । जीवनयापन का सिर्फ ये ही एक साधन है । जिस शासकीय मकान में अभी वो रह रही है वो काफी जर्जर अवस्था मे है शासन ने उसे बहुत पहले ही जर्जर घोषित कर मकान को खाली करने को भी कहा था किंतु उत्तरा दुबे ने अपनी मजबूरी बताकर इसे खाली ना करवाने का निवेदन उच्च अधिकारियों से की थी । तब अधिकारियों ने उनकी परेशनियों को समझते हुए अनुमति दे दी थी। पर आज इसी जर्जर मकान को अधिकारियों द्वारा कोरेन्टीन सेन्टर बनाने के नाम पर खाली करने की नोटिस थमाना बदले की भावना को स्पष्ट उजागर कर रहा है।