
लॉक डाउन से सबसे ज्यादा प्रभावित दिखा शादी का बिज़नेस
बिलासपुर : देश मे हुये इस लॉक डाउन से समाज का हर तपका कंही न कही प्रभावित हुआ है तथा इस कोरोना महामारी ने समाज के हर वर्ग को बहुत बड़ा आर्थिक आघात पहुचाया है ।
खासकर निम्न माध्यमवर्ग परिवार, व्यापारी व मजदूर इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुये है।
चूंकि ये मार्च ,अप्रेल माह मुख्य रूप से शादी का सीज़न होता है जिसकी वजह से शादी व्याह से जुड़े व्यवसाइयों का इस वर्ष का सारा धंधा चौपट हो गया है उनके परिवार में बहुत बड़ी आर्थिक संकट गहरा गई है । शासन ने तो 3 माह का सिर्फ चावल दाल दे दिया है पर पूरे वर्ष भर अपना गुजारा कैसे करेंगे ये परेशानियों इनको सता रही है। ये लोग भी शासन से गुजारिश करते दिख रहे है कि इनके लिए भी शासन उदारता दिखाये और कुछ आर्थिक पैकेज की घोषणा करे।
शहर के घोड़ी बग्गी के व्यवसायी राजा सोनवानी कहते है कि हमारे पास 15 घोड़ीयां और 5 बग्गीयां है हमारा परिवार 5 पीढ़ियों से ये व्यवसाय करते आ रहा है शादी के सीजन मार्च,अप्रैल,मई महीनों में ही हमारा मुख्य रूप से व्यवसाय हो पाता है पर इस वर्ष लॉक डाउन की वजह से कुछ भी बिजनस नही हो पाया है। 15 घोड़ी के खाने का खर्च हर महीने 8000 तक आता है फ़िर परिवार का खर्चा साल भर कैसे चला पाएंगे इसकी चिंता सता रही है।
शासन हमारे ऊपर भी थोड़ा ध्यान दे।
इसी तरह बैण्ड बाजा वालो में भी अपनी रोजी रोटी का संकट गहरा गया है ।
शहर के प्रसिद्ध राज बैंड पार्टी के प्रोपाइटर अमन कुल पहाड़ी से जब हमारी बात हुई तो उन्होंने भी कहा कि इस व्यवसाय से हमारे 3 भाइयों का परिवार पलता है साथ मे हमारे 100 लोगो का स्टाफ है जिनका परिवार भी इसी से चलता है। शादी सीजन से ही हमारे व्यवसाय में हम आमदनी कर पाते है पर लॉक डाउन से हम कोई बिजनस इस बर्ष नही कर पाए है । हमारे इस व्यवसाय से हमारे साथ 100 परिवार का पेट पलता है सब की चिंता हो रही है
फूल बेचकर रोजी रोटी चलाने वाले प्रकाश माली से जब हम बात किये तो इनका भी कहना कुछ यही था कि शादी का सीजन में ही हम अपना मुख्य रूप से व्यवसाय कर पाते हैं पर इस वर्ष कुछ भी नही हो पाया है साल में इस सीजन से 2 से 2.5 का धंधा हो जाता था तो साल भर का खर्चा निकल जाती थी पर इस वर्ष कुछ भी नही हो पाया।इन्होंने भी शासन से कुछ सहयोग की अपील की है।