बिलासपुर 30 सितंबर 2020। प्रदेश में कोरोना संक्रमण अपने चरम पर है। आज मरीजो की मौत का आंकड़ा हर दिन बढ़ते जा रही है । ऐसे में गंभीर मरीजो की उम्मीद है राजधानी रायपुर स्थित एम्स। गरीब अमीर हर वर्गों के अति गंभीर मरीजो को इसी उम्मीदों से एम्स भेजा जाता है कि उन्हें वंहा एक बेहतर ईलाज व सुविधा मिल सके। लेकिन जब राजधानी स्थित एम्स अपने भर्ती मरीजो से यह कहे की “REMEDESIVIR Injection” नामक जीवन रक्षक इंजेक्शन खत्म हो चुकी है । आप इसे बाजार से खरीद कर लाइये अन्यथा आपका मरीज ठीक नही कर पाएंगे । तब आप क्या कहेंगे।
आपको जानकारी दे दे कि “REMEDESIVIR Injection” नामक इस इंजेक्शन की एक इंजेक्शन की कीमत 5100 रुपये है जो एक आम आदमियों के लिए बहुत महंगा है। और गंभीर मरीजो को यह 6 इंजेक्शन का डोस दिया जा रहा है । तब सवाल यह उठता है कि ऐसे में एक आम आदमी इस इंजेक्शन को बड़ी ही सहजता से क्या खरीद पायेगा क्योंकि एम्स तो कह रहा है कि उसके पास यह इंजेक्शन खत्म हो चुकी है, अब खरीदना तो आपकी मजबूरी ही है अगर आपको अपने मरीज की जान बचानी है। जंहा बिलासपुर के सिम्स हॉस्पिटल के पास यह इंजेक्शन उपलब्ध हो और एम्स के पास न हो तो एम्स पर सवाल उठना लाज़मी है। केंद्र व राज्य सरकारो के द्वारा कोरोना के नाम पर लाखों करोड़ोँ का बजट होने के बावजूद भी कोरोना पीड़ितों के लिए जीवन रक्षक दवाओं का हॉस्पिटल में उपलब्ध न होना सरकार की नाकामियों व असंवेदनशील को प्रत्यक्ष उजागर कर रही है।