*न्यूज़ डेस्क* : हिंदू धर्म में भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव यानी जन्माष्टमी का पर्व बड़े हर्षोल्लास और धूमधाम से बनाया जाता है। इस खास त्यौहार को मनाने की तैयारियों में लोग कई दिन पहले से ही जुट जाते हैं। अधिकतर लोग घर में भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप बाल गोपाल की मूर्ति को स्थापित करते हैं। जन्माष्टमी को रात 12 बजे भगवान को झूले पर बिठाकर झुलाया जाता है। भक्त प्रभु के नए-नए कपड़ों, झूले और भोग का खास ध्यान रखते हैं. श्री कृष्ण भगवान अपने भक्तों पर खास कृपा रखते हैं. प्रभु बाल गोपाल की कृपा से सारे संकट दूर हो जाते हैं. 12 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जाएगी.
*जन्माष्टमी के दिन ये काम अवश्य करें:*
– केसर और गुलाब की पंखुड़ियों को पीले चंदन में मिलाकर श्री कृष्ण जी को तिलक लगाएं और फिर खुद के माथे पर भी तिलक लगाएं. सुख-समृद्धि के लिए ये उपाय बहुत कारगर है.
– तरक्की के लिए जन्माष्टमी के दिन पान के पत्ते पर रोली से श्रीयंत्र बनाकर अपनी तिजोरी में रखें.
– श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन सात कन्याओं को घर पर आमंत्रित करें और खीर या मिठाई खिलाएं. ऐसा करने से धन लाभ होगा.
– जन्मोत्सव के दिन कान्हा जी को बादाम और नारियल के प्रसाद का भोग लगाएं. इससे जीवन में चल रहीं परेशानियां दूर होंगी.
-श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन बाल गोपाल को चांदी की छोटी सी बांसुरी अर्पित करें और प्रभु की विधिवत पूजा करें. इसके बाद इस बांसुरी को अपने वॉलेट में संभाल कर रखें. इससे परेशानियों खत्म होंगी और उन्नति होगी.
– जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर अपने घर में बने मंदिर के दरवाजे को खुला रखें. इसके अलावा रात में मंदिर में दीये जलाकर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था करें.
– भगवान श्रीकृष्ण को मोर पंख बहुत ज्यादा प्रिय है. भक्त मोर पंख को अपने घर में बने मंदिर में विराजे कान्हा जी को अर्पित करें. ऐसा करने से घर-परिवार में खुशहाली आती है और गृह क्लेश आदि से भी छुटकारा मिलता है.