बलौदाबाजार – स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही से एक गर्भवती महिला एवं नवजात बच्ची सहित दोनों की मौत हो जाने का मामला प्रकाश में आया है।मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत घटमडवा निवासी धरमलाल निषाद पिता परदेशी निषाद 34 वर्ष पत्नी श्रीमती रजनी निषाद को बीते मंगलवार रात 11बजे के आसपास प्रसव पीडा शुरू हुआ जिसे रात में ही 2 बजे उपस्वास्थ्य केंद्र गिधौरी ले जाया गया।महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता जलबाई ने महिला रजनी निषाद का प्रसव कराया गया जो कि महिला ने एक नवजात बच्ची को जन्म दिया ।लेकिन नवजात बच्ची पैदा होते ही बेहोशी स्थिति मे थी बच्ची का हाथ पैर हिल नही रहे थे जिस पर महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता जलबाई ने परिजनों को बच्ची को आक्सीजन की कमी बताया गया।वहीं महिला को उप स्वास्थ्य केंद्र में रखकर बच्ची को आक्सीजन के लिए बुधवार को शिवरीनारायण अस्पताल लेकर पहुंचे जहां शिवरीनारायण अस्पताल बंद होने के कारण वापस आ गए और उपस्वास्थ्य केंद्र की महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने दोनों की स्थिति को देखते हुए महिला एवं नवजात बच्ची को कसडोल स्वास्थ्य केंद्र रिफर कर दिया।
वहां पर डाक्टर नहीं थे महिला कार्यकर्ता थी बच्ची की जांच करने पर मृत घोषित कर दिया और महिला को ईलाज के लिये रखे हुये थे। मृत नवजात बच्ची को परिवारजन वापस ग्राम घटमडवा लाकर बच्ची के शव का अंतिम संस्कार किया गया उसके थोड़ी देर बाद कसडोल से खबर आई की महिला की भी मौत हो गई ।घटना की जानकारी गांव वाले को दी गई।जहां घटना की खबर आग की तरह फैल गई और पुरा परिवार में मातम छा गया।मृत महिला के पति धरम लाल निषाद ने इसे महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता और कसडोल स्वास्थ्य केंद्र के डाक्टर पर ईलाज में कमी और लापरवाही करने का आरोप लगाया। महिला के शव को ग्राम घटमडवा लाया गया और देर शाम को अंतिम संस्कार किया गया।इस सम्बंध मे महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता श्रीमती जलबाई कर्ष से पुछने पर बताया कि 12 बजकर 20 मिनट एडमिट किया गया था और 2.35 बजे डिलवरी हुआ जिसमें बच्ची अस्वस्थ थी।इस सम्बध में बी एम ओ कसडोल चैन सिंह पैकरा से उनके मोबाइल नम्बर 9669996463 से सम्पर्क किया लेकिन उनसे सम्पर्क नहीं हुआ।