रायपुर – बहुजन समाज पार्टी के छ ग प्रदेशाध्यक्ष हेमंत पोयाम ने कहा कि कोरोना के बेकाबू होने के लिए सरकारें स्वयं जिम्मेदार हैं इन्होंने कहा कि जब से कोरोना का आगमन हुआ, इसमें कोई शक नहीं कि सरकारों के कहने पर जनता ने लाॅकडाऊन के नियमों का पालन स्वेच्छा से किया। सरकारी कर्मचारी जैसे पुलिस, स्वास्थ्य कर्मचारी, डाॅक्टर आदि ने अपनी जान की परवाह न करते हुए सरकार के कहने पर इस खतरनाक संक्रामक बीमारी से लोगों की जान बचाने का प्रयास करते रहे। इसके एवज़ में सरकारों ने इन कोरोना वाॅरियर्स के लिए सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए, जिससे कई कोरोना वाॅरियर्स भी कोरोना के चपेट में आकर अपनी जान भी गंवाते रहे। रही बात विपक्षी पार्टियों की, तो अन्य का तो कुछ नहीं कह सकते परंतु बहुजन समाज पार्टी ने इस वैश्विक विपदा के समय में हमेशा सरकारों का साथ दिया। फिर चाहे वो केन्द्र की भाजपा सरकार हो या राज्य की कांग्रेस सरकार हो।इन्होंने आगे कहा कि बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीया बहन कुमारी मायावती जी ने भी जैसे जैसे शासन के निर्देश आते रहे ठीक वैसे ही बसपा के पूरे देश में फैले कार्यकर्ताओं को भी उसी प्रकार के निर्देश देते रहे, और बसपा के कार्यकर्ताओं ने भी माननीया बहनजी के दिशा-निर्देश पर सभी राजनीतिक कार्यक्रम स्थगित करते हुए किसी भी प्रकार की मीटिंग, बैठक सभा सम्मेलनों के आयोजनों को स्थगित कर दिया। परंतु देश व प्रदेशों की मनुवादी सोच रखने वाली सरकारों ने इस लाॅकडाऊन के कठिन समय को भी अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल करना शुरु किया। लाकडाऊन के समय में ही अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण, मध्यप्रदेश में चुनी हुई सरकार को तोड़ फोड़ करके सत्ता पलट, राजस्थान में भी इसी तरह का राजनैतिक असंतुलन पैदा करना। मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों द्वारा स्वयं फिज़िकल डिस्टेंस के नियम को फाॅलो न करते हुए सामूहिक फोटोग्राफी करवाना। सरकारी योजनाओं के शुभारंभ के नाम से भीड़ इकट्ठा करके फिज़िकल डिस्टेंस के नियम की धज्जियां उड़ाने का काम करना। सरकार के इन सभी कामों को लगातार मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार करना। इन सभी को देखकर जो आम जनता और बसपा जैसी अनुशासित पार्टी के कार्यकर्ताओं को लगा कि हमें बेवकूफ बनाया जा रहा है।पोयाम जी ने कहा कि आम जनता ने भी फिर सरकार के कोरोना बीमारी को लेकर इसी तरह की लापरवाही बरतने की वज़ह से और इस तरह की गतिविधियों को देखकर लोगों ने भी लापरवाही बरतना शुरु किया और लोग बेपरवाह हो गये और कोरोना के चपेट में जाने अनजाने में आते गये और इस तरह से कम्युनिटी स्प्राइड बढ़ने की वज़ह से आज कोरोना के मामले विकराल रूप से बढ़ने लगे हैं, और इसकी जिम्मेदार और कोई नहीं केन्द्र व राज्य की सरकारों की ढुलमुल नीतियां हैं। जिसका परिणाम देश की जनता भुगत रही है। सरकारों ने बीमारी से निपटने के प्रति गंभीर होना छोड़ अपनी-अपनी राजनीति चमकाने की पड़ी हुई है, जिसकी वज़ह से आज हमारा देश कोरोना संक्रमण के मामले में दुनिया में एक नंबर पर पहुँचने वाला है। सरकारों को किसी भी प्रकार के लाॅ एंड आॅर्डर को फाॅलो करने के मामले में स्वयं को एक आदर्श स्थापित करना चाहिए जिससे कि जनता भी प्रभावित होकर नियम को फाॅलो करने लगती है। नहीं तो जब सरकार और सरकार में बैठे लोग ही जब नियमों की धज्जियां उड़ाने लगें तो फिर जनता तो जनता ही है।