बलौदाबाजार 30 नवम्बर 2020 – छत्तीसगढ़ के बसपा अध्यक्ष हेमंत पोयाम ने कहा कि कवर्धा जिले के धरमपुरा में सतनाम सामाजिक भवन को कांग्रेस सरकार के द्वारा तोड़ा जाना कांग्रेस की जातिवादी सोच को दर्शाती है।विदित हो कि दिनांक 27-11-2020 को कवर्धा जिला प्रशासन द्वारा सतनाम सामाजिक भवन को तोड़ा गया, जिसके बाद वहाँ पर सतनामी समाज के द्वारा विरोध करने पर करीब 60 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जो कि एक तानाशाही सोच को दर्शाती है। कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनावों में कई लोक लुभावन वादे करके अनुसूचित जाति के लोगों का वोट लेने का काम किया, और जब पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में अनुसूचित जाति, जनजाति के लोगों ने बढ़ चढ़ कर वोट दिया तब कांग्रेस पार्टी ने अपना असली चेहरा दिखाते हुए पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में अनुसूचित जाति, जनजाति के ऊपर अन्याय अत्याचार को बढावा देने का कार्य कर रही है। इस देश में कई जाति-धर्म को मानने वाले लोग आपस में भाईचारा बनाकर रहते हैं। इस भाईचारे की भावना को रक्षा-सुरक्षा करने के लिए बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर जी ने हमें दुनिया का सर्वश्रेष्ठ संविधान लिखकर दिया।
लेकिन सरकार चाहे कांग्रेस की हो या बीजेपी की हो, इन्होने कभी भी भारतीय संविधान को नहीं माना। ये सरकारें लगातार भारतीय संविधान की भावना के साथ खिलवाड़ करने का काम कर रहीं हैं। इसी कड़ी में धरमपुरा, कवर्धा जिला की घटना है। कांग्रेस पार्टी ने इस घटना को कारित करके घोर जातिवादी और संविधान विरोधी होने का परिचय दिया है।बहुजन समाज पार्टी छत्तीसगढ़ इस घटना की कठोर शब्दों में निन्दा करती है। और बहुजन समाज के लोगों से हमारा ये कहना है कि समय रहते इन जातिवादी और संविधान विरोधी लोगों को अपने वोट की ताक़त से सत्ता से उखाड़ फेंकने का काम करें तभी हमारे बहुजन समाज के ऊपर होने वाला अन्याय अत्याचार का खात्मा होग।और जब तक हम लोकतंत्र में अपने मताधिकार की ताक़त को नहीं समझेंगे तब तक हमारे ऊपर ऐसे ही अत्याचार होता रहेगा।बहुजन समाज पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री ओ.पी.बाचपेई, प्रदेश महासचिव श्रीमती लता गेडाम, श्री आनंद साहू, ज़ोन इंचार्ज श्री चैतराम राज, श्री जे.पी.बंजारे और जिलाध्यक्ष श्री रामाधार बघेल आदि बसपा के प्रतिनिधि मंडल ने समाज के लोगों से मुलाकात किए और प्रशासनिक अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग किया।