महानदी घाट हाराडुला से अवैध रेत खनन कर डम्प किए जाने का चल रहा खेल, आधी रात हाईवा से कर रहे रवाना • मचांदूर नाके में खनिज विभाग के बैठे कर्मचारी नहीं कर रहे कोई कार्यवाही
मौसम साहू कांकेर चारामा 05/10/2020 महानदी घाट हाराडुला से रेत माफियाओं के इशारे पर जमकर अवैध रुप से उत्खनन किया जा रहा है। सुबह से ट्रेक्टर पर भरकर जगह-जगह रेत डम्प करके रात के अंधेरे में डम्प किये गये रेत को जेसीबी से हाइवा व डम्पर में भरकर धमतरी, गुरुर, बालोद क्षेत्र के लिए रवाना किया जा रहा है। हाराडुला के आसपास तुएगहन व करिहा मार्ग पर सैकड़ो ट्राली अवैध रुप से रेत डम्प किया गया है।
रेत का अवैध कारोबार कभी बंद तो कभी चालू करके बड़े ही चालाकी से कराया जा रहा है, इसी तरह माहूद में सड़क किनारे राजमार्ग से लगे भर्रीटोला मार्ग पर भी रेत डम्प किया जा रहा है। इस मामले पर विभागीय अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही न कर हाथ पर हाथ धरे बैठें हैं, जिसके चलते रेत तस्करों के हौसले बुलन्द हो गये हैं और खुलेआम डंके की चोट पर सड़कों के किनारे रेत डम्प किया गया है। इस मामले में 4 अक्टूबर रात्रि में मीडिया को सूचना मिली उसके अनुसार ग्राम करिहा के आगे हाराडुला के सीमा पर ही एक राईस मिल के पीछे रात 11 बजे जेसीबी लगाकर डम्प किये गये रेत को हाइवा में लोडिंग किया गया। रात्रि में करीब दर्जनों की संख्या में हाईवा वाहनों को रेत भरकर रवाना किया गया। इस रेत के अवैध कारोबार में माहूद व हाराडुला निवासी दो युवकों द्वारा जेसीबी लगाने की जानकारी मिल रही है और महानदी घाट हाराडुला से ट्रेक्टर में रेत लाकर जगह-जगह डम्प किया जा रहा है। क्षेत्र में धड़ल्ले से हो रहे अवैध रेत खनन व परिवहन तथा डम्प किये जाने के इस पूरे मामले में अब भी संबधित अधिकारी अंजान बने हुये हैं, जबकि रेत परिवहन होने वाली हाइवा व डम्पर राष्ट्रीय राजमार्ग 30 होकर रतेसरा, जैसाकर्रा, चारामा, माहूद व मचान्दूर नाका से होकर गुजरती है। ऐसे में सवाल है कि मचान्दूर नाका में खनिज विभाग के बैठे कर्मचारी क्या करते हैं, उनकी ड्यूटी क्या है। यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है। 4 अक्टूबर की रात्रि को भी इसी मार्ग व नाके से होकर दो दर्जन से अधिक रेत भरी हाइवा व डम्पर रवाना किया गया पर किसी भी वाहन पर किसी तरह से कोई कार्यवाही नहीं हुई।
10 दिनों तक और ज्यादा उत्खनन होने की संभावना
एनजीटी के दिशा निर्देशों के अनुसार छत्तीसगढ़ में 10 जून से 15 अक्टूबर तक नदियों में रेत खनन प्रतिबंधित है, जिसके बाद टेंडर प्रक्रिया वाले रेत खदान शुरु हो जायेगी। रेत खदान शुरु होने में 10 दिन का समय बाकी है, इसे देखते हुए रेत तस्कर जितना चाहे उतना रेत डम्प करने में लग गये हैं। इन 10 दिनों में रेत माफियाओं द्वारा पूरा बल लगाकर रेत खनन किये जाने व परिवहन कराये जाने की संभावना बनी हुई है।
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