बलौदाबाजार – बिलाईगढ़ पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जातिय भेदभाव और मारपीट का रिपोर्ट लिखाने गए लोगों पर जानबूझकर अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम को केस में शामिल नहीं किया तथा उल्टा पीड़ित पक्ष के ऊपर महिला को मारने का फर्जी रिपोर्ट दर्ज किया गया है। पूरा मामला थाना बिलाईगढ़ के ग्राम कोरकोटी का है, जहां दिनांक 20.07.2020 को रात्रि 9:00 बजे मावेशी चरवाहा की नियुक्ति संबंधित बैठक गांव में रखी गई थी। पीड़ित गोरेलाल टंडन और उनके दो पुत्र भूपेंद्र टंडन ग्राम पंच व ललित टंडन भी बैठक में शामिल हुए, वही इसी बीच चारवाहा नियुक्ति के संबंध में मामूली बहस पीड़ित पक्ष और आरोपी पक्ष के बीच में हुआ। जिसमें आरोपी पक्ष जो पटेल समाज के थे वह गाली गलौज देना शुरू कर दी फिर जोर से चिल्लाते हुए कहा कि “साला चमरा मन ल मारा रे” बोलते हुए पीड़ित पक्ष पर हमला कर दिया और तीन व्यक्तियों को 20 से 25 पटेल समाज के लोगों ने बहुत बेरहमी से पिटाई करना शुरू कर दिया। वहीं इस मार से गोरेलाल टंडन बेहोश हो गए व गोरेलाल टंडन की पसली फैक्चर हो गया पूरी घटना की रिपोर्ट लिखवाने गोरेलाल टंडन अपने परिवार के साथ जख्मी हालत में गाड़ी किराया करके थाना पहुंचे तो वहां थाना में मामूली मारपीट का केस दर्ज किया गया इसमें कहीं भी जाती सूचक गाली को नहीं दर्शाया गया है साथ में आरोपी पक्ष जो कि 30 से 35 लोगों की संख्या में थाना पहुंचे थे सभी ने पीड़ित पक्ष पर फर्जी रूप से महिला के ऊपर हाथ उठाया है कहकर फर्जी रिपोर्ट दर्ज करवाया है। कोरकोटी के प्रार्थियों ने पुलिस प्रशासन से तत्काल गिरफ्तार कर उन पर एससी एसटी के तहत कार्यवाही करने की मांग की है।इस संबंध में बिलाईगढ़ थाना प्रभारी राजेश साहू ने बताया की दोनों तरफ से मामला दर्ज किया गया है रही बात एससी एसटी एक्ट के तहत कार्यवाही करने की तो पीड़ित पक्ष द्वारा मांग करने पर एससी एसटी एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध कर कार्यवाही की जाएगी।