भारतीय जनता पार्टी की सरकार जब भी केंद्र में आती है सरकारी विभागों का निजीकरण पर जोर देती है – छ ग बसपा प्रदेशाध्यक्ष हेमंत पोयाम।।
रायपुर – छ ग प्रदेश के बसपा अध्यक्ष हेमंत पोयाम ने कहा कि देश में जब जब बीजेपी की सरकार बनती है हमेशा विभागों का निजीकरण करने में जोर देती है। इसको समझना बहुत जरूरी है वैसे आसानी से लोगों की समझ में आना संभव नहीं है क्योंकि लोगों के ऊपर भक्ति का चश्मा लगा हुआ खासकर पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, और जनजाति के वह लोग जो बीजेपी को राष्ट्रवाद के नाम पर गुमराह होकर वोट देने का काम करते हैं ।भारतीय जनता पार्टी की सरकार क्यों सरकारी विभागों का लगातार निजी करण कर रही है यह एक बहुत ही गंभीर और विचारणीय बिंदु है ।भारतीय जनता पार्टी इस देश में राम राज्य की स्थापना करना चाहती है रामराज क्या था इसको जानना बहुत जरूरी है ,उस समय में हम यह देखते हैं कि सामाजिक गैर बराबरी के आधार पर बनाए गए समाज व्यवस्था में आज के अनुसूचित जाति ,जनजाति,और पिछड़ा वर्ग उस समय शूद्र हुआ करते थे इनको किसी भी तरह से आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक और शैक्षणिक अधिकार प्राप्त नहीं थे। इन अधिकारों के माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन में आगे बढ़ते हुए ताकतवर बनता है।और पूरा समाज आगे बढ़ जाता है।

उन्होंने कहा कि जब से देश आजाद हुआ है भारतीय संविधान लागू है तब से लोगों को सामाजिक ,राजनीतिक ,आर्थिक और शैक्षणिक अधिकार पिछडे वर्गों, दलितों ,अनुसूचित जनजाति,एवँ समान्य वर्ग आदि सभी लोगों को प्राप्त हुए बीजेपी साजिश और पर्दे के पीछे जब भी सरकार में आती है निजीकरण इसलिए करती है कि निजीकरण के क्षेत्र में इन वर्गों की भागीदारी का कोई प्रावधान संविधान में नहीं है। और संवैधानिक प्रावधान के आधार पर यदि सरकारी विभागों में भर्तियां की जाती हैं तो पिछड़े वर्ग के लोगों को 27% भागीदारी देना लाजमी है, और अनुसूचित जाति- जनजाति के लोगों को 22.5% भागीदारी देना जरूरी है यदि माना कि इस भारत सरकार के अंतर्गत 10 करोड़ नौकरियां सभी सरकारी विभागों में निकाली जाती है तो पिछड़े समाज के दो करोड़ 70 लाख लोग और अनुसूचित जाति/ जनजाति के लोग 2 करोड 50 लाख लोगो को सरकारी स्थायी सम्मान जनक रोजगार मिलेगा अर्थात दोनों वर्गों को कुल मिलाकर के 4 करोड़ 90 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। और उस रोजगार से उनको आमदनी होगी ,आमदनी से उनका सामाजिक स्तर बढ़ेगा, उसके बाद उन परिवारों का शैक्षिक स्तर बढ़ेगा, फिर वह राजनीतिक सोच पैदा होगी फिर वह ताकतवर होंगे ,फिर राजनीति में वे भागीदारी के लिए आगे बढ़ने का काम करेंगे तो इन सब के होते हुए गैर बराबरी की व्यवस्था चरमरा जाएगी और जो हुकमरान लोग हैं वह फिर पीछे जाने को मजबूर होंगे। इसलिए वह अपने आप को सामाजिक गैर बराबरी के आधार पर आगे रखने के मकसद से इन वर्गों को पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति/ जनजाति वर्गों को हर स्तर पर पीछे धकेलने के लिए निजी करण को सरकारी नौकरियों में जाने से रोक कर सामाजिक ,आर्थिक और शैक्षणिक राजनीतिक रूप से उनकी कमर तोड़ने का पर्दे के पीछे से काम करने का खास मकसद भारतीय जनता पार्टी का है।यदि अभी भी एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यक और गरीब स्वर्ण के लोगो ने गम्भीरता से बी जे पी को हटाने की ओर काम नही किया तो बहुत गंभीर और दुःखद परिणाम होंगे।बी जे पी के काम को पिछड़े और कुछ दलित वर्ग के नेता अंदर रहकर और कुछ बाहर से सहयोग कर रहे।उन लोगों से बेहद सावधान रहने की जरुरत है।