मस्तुरी 5 नवंबर 2020 – छत्तीसगढ़ शासन मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष माननीय एम.आर. निषाद जी का प्रथम जोंधरा आगमन पर शिवनाथ नदी मछुआ सहकारी समिति के अध्यक्ष मिट्ठू लाल एवं क्षेत्र के केवट समाज प्रमुख शैल कुमार केवट, रमेश कैवर्त्य, मुकुंद राम केवट, सुरेश केवट, रामकुमार केवट , उमेंद राम, दिल हरण, अश्वनी यादव, निर्मल केवट तथा साथियों के द्वारा फूल माला से भव्य स्वागत अभिनंदन किया गया। मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष बनने के बाद एम.आर. निषाद जी का यह प्रथम जोंधरा आगमन था पिछले लम्बे समय से निषाद जी मछुआरा समुदाय के आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान के लिए छत्तीसगढ़ मछुआ महासंघ के बैनर तले निरंतर रूप से समाज को हमेशा संगठित करने का काम करते रहे हैं तथा जमिनी स्तर पर लोगों के बीच जाकर काम करते हुए हमेशा उन्हें स्वरोजगार के प्रति जागरूक किया है इसलिए पूरे प्रदेश में मछुआ समुदाय से जुड़े हुए लोग इन्हें आज जानते हैं।
माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के द्वारा एम.आर. निषाद जी को छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड का अध्यक्ष बनाए जाने पर सरकार के इस फैसला से मछुआ महासंघ एवं मछुआरा समुदाय के बीच पूरे प्रदेश में खुशी की लहर है प्रदेश के मुखिया के द्वारा इस पद का दायित्व सौंपते हुए इन्हें और बड़ी जिम्मेदारी दी गई है कि मछुआ समाज के लोगों को संगठित कर उन्हें समाज के मुख्यधारा में जोड़े एवं सरकार के द्वारा संचालित योजनाओं को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं।
अपने इन्हीं जिम्मेदारी को पूरा करते हुए एम.आर. निषाद जी लगातार प्रदेश के अलग-अलग जगहों में कार्यक्रम बनाते रहते हैं मरवाही विधानसभा के चुनाव प्रचार थमने के बाद निषाद जी सामाजिक कार्यक्रम में कोरबा चले गए और कोरबा से फिर जांजगीर में मछुआरों के साथ सभा किया तथा इस बीच जांजगीर से रायपुर प्रवास के दौरान जोंधरा परीक्षेत्र के केवट समाज के लोगों एवं मछुआरों के आग्रह पर एम.आर. निषाद जी मछुआ संघ के पदाधिकारी गायत्री केवट,राजेंद्र धीवर,दिनेश निषाद और अन्य कार्यकर्ताओं के साथ कल शाम 4 बजे रामायण चौक कूदरी पारा जोंधरा पहुंचे। जहां मछुआरा समुदाय के बीच उनके सवालों का जवाब देते हुए माननीय एम.आर.निषाद जी ने कहा कि राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड का गठन इसलिए किया है ताकि मछुआरा समुदाय या मत्स्य व्यवसाय से जुड़े हुए लोग विशेष रुप से अपनी समस्या को आयोग के सामने अलग से रख सके और मेरा पहला प्राथमिकता यही होगा कि मैं आपकी समस्या को हल कर सकूं। इस बीच पंडरिया- जोंधरा एनीकट पर मछली मारने को लेकर ग्राम पंचायत जोंधरा एवं मछुआ समिति के बीच जो विवादित स्थल है उसे मछुआ समिति के आग्रह पर टीम सहित जाकर निरीक्षण किया और समिति के सदस्यों को आश्वासन दिया कि सरकार के द्वारा जो भी खामियां रह गई है उसे जल्द ही मछुआ नीति में शामिल करवाएंगे।