बिलासपुर 29 सितंबर 2020। मरवाही सीट अजित जोगी के निधन के पश्चात से रिक्त पड़ा है। जंहा आगामी कुछ दिनो में विधानसभा उप चुनाव किया जाना है। इस विधानसभा की जीत के लिए जनता कांग्रेस ( जे ),बीजेपी व कांग्रेस पार्टी सभी अपनी चुनावी रणनीति में जुटे हुए है। 183868 मतदाता वाली यह विधानसभा आदिवासी व दलित बाहुल्य (एस टी) आरक्षित सीट है। जिस पर पिछले 5 विधानसभा चुनाव से जोगी परिवार का ही कब्जा रहा है। इस क्षेत्र के लोगो का स्वर्गीय अजित जोगी से व्यक्तिगत लगाव व संबंध रहे है। जिसके कारण पिछले 5 विधानसभा चुनाव में यह सीट जोगी परिवार ने बहुत बड़े अंतरों से अपने विरोधियों को परास्त कर जीत हासिल करते आया है। लेकिन इस बार का मरवाही उप चुनाव कई मायनों में बहुत महत्वपूर्ण व अलग है। आज अजित जोगी नही रहे साथ ही उनके अत्यंत करीबी व समर्थक जो मरवाही चुनाव की कमान संभालते थे ज्ञानेन्द्र उपाध्याय व उत्तम वासुदेव ये सभी ने जोगी की पार्टी का साथ छोड़कर आज कांग्रेस पार्टी में शामिल है। सिर्फ अजित जोगी के नाम के सहारे ये सीट जीत पाना अमित जोगी के लिए बेहद मुश्किल सा लगता है। वंही कांग्रेस पार्टी व प्रदेश के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के लिए ये सीट प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ है। अगर कांग्रेस पार्टी ये सीट जीत जाती है तो भूपेश बघेल का राजनीतिक कद बड़ जाएगा। वंही अगर अमित जोगी यह चुनाव हार जाते है तो उनका राजनीतिक भविष्य खतरे में पड़ सकती है।