वन्य जीव सप्ताह के अंतर्गत चित्रकला एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन l
कोरबा 07 अक्टूबर 2020 अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर के कार्यक्रम समन्वयक डॉ मनोज सिन्हा के निर्देशानुसार दिनांक 02 अक्टूबर से 08 अक्टूबर तक वन्य जीव सप्ताह के अंतर्गत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तुमान विकासखंड -करतला, जिला – कोरबा के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों ने संस्था के प्राचार्य पी पटेल के संरक्षण एवं कार्यक्रम अधिकारी डी. आर .पटेल के कुशल नेतृत्व में दिनांक 06.10 .2020 को चित्रकला एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कुमारी बिना रानी पटेल कक्षा बारहवीं ,सुनील कुमार कवर कक्षा बारहवीं ,नरेंद्र मैत्री कक्षा बारहवीं, ने मोर ,तोता ,कबूतर ,मैना ,कौवा ,हाथी ,शेर ,भालू, बंदर ,ऊंट ,घोड़ा ,गाय ,खरगोश ,बकरी, कुत्ता ,गधा ,आदि का चित्र बनाया l बृजेश कुमार पटेल कक्षा बारहवीं ,रमाकांत पटेल कक्षा बारहवीं ने वन्यजीवों के संरक्षण का महत्व पर निबंध लिखा l
संस्था के प्राचार्य पी पटेल ने अपने उद्बोधन में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के बारे में कहा-वन्य जीव जो पर्यावरण का एक अभिन्न अंग है देश के धन का गठन करता है इसमें जंगली जानवर ,पक्षी, पौधे आदि शामिल है l फिर भी इंसान प्रगति और विकास की प्रक्रिया में और अपने स्वार्थ के लिए के लिए वनों और वन्य जीव को बहुत नुकसान पहुंचा रहा है l वन्य जीवन प्रकृति का उपहार है इसकी गिरावट से पारिस्थितिकी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है l इसलिए वन्यजीवों की रक्षा की तत्काल आवश्यकता है l इस विनाश से वन्यजीवों की रक्षा के लिए भारतीय संसद में वर्ष 1972 में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम पारित किया गया l
कार्यक्रम अधिकारी डी.आर .पटेल ने छात्र छात्राओं को वन्य प्राणी सप्ताह का उद्देश्, जंगली जानवरों का शिकार, वन्य प्राणी संरक्षण कानून, अपराध और दंड के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई l इस अधिनियम का मुख्य उद्देश्य जंगली जानवरों, पक्षियों और पौधों को प्रमाणित सुरक्षा प्रदान करना है l कुछ क्षेत्रों का अभयारण्य या राष्ट्रीय उद्यान के रूप में घोषित करने के लिए अधिनियम बनाने के लिए केंद्र सरकार को है अधिनियम जंगली जानवरों तथा पक्षियों आदि के शिकार पर प्रतिबंध लगता है और अधिनियम के उल्लंघन के लिए दंड देता है l राज्य सरकार विशेष परिस्थितियों में जैसे आत्मरक्षा या किसी दूसरे की जान बचाने के लिए किसी भी जंगली जानवरों को मारने या घायल करने का आदेश दे सकता है l इन परिस्थितियों में जानवर को मारना या घायल करना अपराध की श्रेणी में नहीं आता और मारे गए या घायल किए गए जानवर सरकार की संपत्ति होती है l प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण हमारा देश भारत जैव विविधता के संदर्भ में विश्व के सबसे समृद्ध देशों में एक है विश्व के कुल प्राणी जगत का 7% से अधिक और वनस्पति जगत का लगभग 11% भाग हमारे देश में ही स्थित है l वन्य प्राणी सप्ताह का उद्देश्य बताते हुए कहां की धरती पर रहने वाले सभी जीव जंतु और पेड़ पौधे एक दूसरे के पूरक हैं तथा पारिस्थितिकी तंत्र को संतुलित बनाए रखने में उन सब का परस्पर योगदान है l यदि हम सभी मिलकर बचाएंगे तभी वन्य प्राणी बचेंगे हम सबको मिलकर इस अभियान को पहल करना होगा तभी देश का विकास होगा l
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