लॉक डाउन के पहले बाज़ार में उमड़ी भीड़, बिलाई गढ़ ब्लॉक सहित अंचल में बिना मास्क के लोग समान खरीददारी करते दिखे।।

Global36 गढ़ के संवाददाता नीलकांत खटकर।।

बलौदाबाजार – बिलाईगढ़ ब्लॉक के सरसीवा में लॉक डाउन के पहले बाज़ार में खरीददारी करने लोग बिना मास्क के दिखे वहीं भींड इस कदर की कोरोना का विस्फोट कभी भी हो सकता है ऐसे भी सरसीवा और आसपास में कोरोना ने अपना पैर पूरी तरह से पसार चुका है ऐसे में बेतरतीब भींड,बिना मास्क के लोग कोरोना को बढ़ाने आमादा हैं।

 

जब से जिले में लॉक डाउन के आदेश जारी किए गए हैं तब से बाज़ार और सड़क में भींड देखने को मिल रही है।सबसे ज्यादा तो भींड 22 सितंबर को शाम को देखने को मिली। वहीं सब्जी बाज़ार, किराना बाज़ार में भी बिना मास्क,बिना सोशल डिस्टेंस के भारी भींड देखने को मिली।सब्जी वाले भी इस अवसर का भरपूर फायदा उठाते दिखे।सब्जी बाज़ार में आज टमाटर 60 रू,पत्ता गोभी 40,केला 30,लाल भाजी 50, कोचई 40,कुंदरु 40, मुनगा 80,परवल 80, बरबट्टी 60,करेला 60,फूल गोभी 100,बैगन 30, डोढ़का 30,धनिया पत्ती 150,हरी मिर्च 80,कुंभड़ा 30 रुपए प्रति किलो में बिके।

 

                       आपको बतला दें की अंचल में 22 सितंबर की रात 12 बजे से 29 सितंबर तक लॉक डाउन रहेगा जिसके करें लोग समान लेने बाज़ार में उमड़ पड़े।अंचल के 99 फीसदी लोग बिना मास्क के घूमते हुए नजर आए इस ओर सरसीवा पुलिस बेहद लाचार दिखी,लोगों को कोई समझाइश नहीं दी जा रही है ना कड़ाई की जा रही है केवल पुलिस माईक से लॉक डाउन की सूचना दी जा रही।पुलिस की इस निष्क्रियता से लोग बेपरवाह और लापरवाह हो गए हैं।

 

इस संदर्भ में सरसीवा थाना प्रभारी जी एस देशमुख ने बताया कि चलान और जुर्माना काटने के लिए मेरे पास स्टॉफ है लेकिन स्वास्थ्य विभाग के पास कर्मचारी नहीं होने के कारण चालानी कार्यवाही करने में दिक्कत होती है चूंकि रसीद जो कटती है उसमें पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी का हस्ताक्षर लगता है रसीद बुक भी स्वास्थ्य विभाग के पास रहती है मैं तो कार्यवाही के लिए तैयार हूं।ऐसे लोगों को समझाइश देने के लिए एक पेट्रोलिंग गाड़ी माईक के साथ लगा दिया हूं जहां पुलिस लोगों को कोरोना से सावधानी बरतने लगातार अलाउंस कर रही है।अंचल में लॉक डाउन 29 सितंबर को खत्म हो रहा है इसके बाद कोरोना के केसेस कितने निकलते है इसे देखना होगा।क्या लॉक डाउन करने से को रोना के केस कम होंगे यह 29 सितंबर के बाद पता चलेगा। कईयों का कहना है कि लॉक डाउन कोरोना नियंत्रण करने का उपाय नहीं है चूंकि पूर्व में भी लॉक डाउन किया गया था कोरोना पर अंकुश नहीं लग पाया था। लॉक डाउन से बेहतर पुलिस और कोरोना वारियर्स द्वारा लोगों को जागरूक कर कड़ाई से पेश आने का है तभी इस पर नियंत्रण हो सकता है कहा जा रहा है।

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