हर हाथ मे पीडीएस राशन पहुचाने वाले कोरोना योद्धाओं का नही हुआ सम्मान। लॉकडाउन में जब सब कुछ बंद था, तब खाद्य और नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी- कर्मचारीयो ने गांव गांव तक पहुंचाया राशन।।
बलौदाबाजार – लॉकडाउन के दौरान हर हाथ में पीडीएस राशन पहुंचाने वाले कोरोना योद्धा बलौदाबाजार जिले के बिलाईगढ़ विकास खंड के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी व कर्मचारियों को किसी तरह का सम्मान नहीं मिला। जहां एक तरफ पुलिस लोगों को घरों में रोक रही थी वही डॉक्टर संक्रमितो का इलाज कर इस महामारी से लड़ रहे थे।
उसी तरह लॉकडाउन में सब कुछ बंद था तब बिलाईगढ़ खाद्य और नान के अधिकारीयो कर्मचारियों ने गांव- गांव में अनाज पहुचाने का काम किया था। अनाज की बोरियों को उठाने हमाल जुटाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। लेकिन इन योद्धाओं को न तो कोई सम्मान नही मिल सका और न तो इनकी कभी चर्चा हुई। कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार ने 22 मार्च से ही लॉकडाउन कर दिया था।
शहर समेत गांव गांव में लोग संक्रमण से बचने अपने गांव को बैरिकेड लगाकर बाहरी लोगों के आने-जाने पर रोक लगा दिए थे। लॉकडाउन के दौरान किसी को भी अनाज की दिक्कत ना हो इसके लिए सरकार के निर्देश पर खाद्य विभाग और नागरिक आपूर्ति निगम ने जी तोड़ मेहनत की। लॉकडाउन में कोई भूखा ना रहे इसके लिए सरकार ने कभी दो माह का अनाज तो कभी अतिरिक्त अनाज की योजना चलाई थी। ऐसे में सैकड़ों राशन दुकान तक सुरक्षित अनाज पहुंचाना भी एक अहम जिम्मेदारी थी। लॉकडाउन में अनाज की बोरियों को ट्रकों में डालना और उसे दुकानों में उतारने की समस्या बढ़ गई थी। उस दिन हमाल भी इस काम के लिए तैयार नही थे। कोरोना के संक्रमण को लेकर एक ओर पुलिस का जबरदस्त पहरा था तो वही नगर समेत गांव गांव की पीडीएस दुकान तक अनाज पहुचाने की जिम्मेदारी भी काफी कठिन था। लेकिन बिलाईगढ़ नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने इसे चैलेंज के रूप में लिया। दिन और रात कर जगह-जगह से हमालो व्यवस्था की। समय पर अनाज दुकानों तक पहुँचे इसके लिए रात भर जाग कर निगरानी भी की। इसी तरह अनाज दुकानों तक राशन पहुँचने और उसके वितरण को लेकर खाद विभाग की टीम ने भी जबरदस्त योगदान दिया।श्रमिको तक भी राशन पहुंचाने में अहम रोल
2 माह के अनाज का वितरण सही समय में सुनिश्चित करने के साथ बाहर से आने वाली श्रमिकों की लिस्ट तैयार कर उन तक राशन पहुंचाने में अहम रोल अदा किया। इस दौरान खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम के लोगों ने कोरोनावायरस की परवाह नहीं की। लेकिन लॉकडाउन में इन्हें कोरोनावायरस का सम्मान नहीं मिल सका। ना ही उनके काम की कभी चर्चा हुई। आज पुलिस, डॉक्टर, शिक्षक को तो सम्मान मिला लेकिन हर हाथ को अनाज पहुंचाने वालों को लोग भूल बैठे। हालांकि सरकारी अनाज को समय-समय पर पहुंचाने वाले अफसरों और कर्मचारि इस बात से संतुष्ट है कि भले ही उन्हें कठिनाई हुई लेकिन वह सही समय पर अनाज पहुंचाने में कामयाब रहे।