विद्युत मंडल पदोन्नति में कर रहा मनमानी।। वरिष्ठता के बावजुद एससी एसटी को प्रमोशन नही देने के मामले को सही ठहराया,लीगल फॉउंडेशन के सदस्यों के साथ हुई नोक झोंक।।
रायपुर – दिनांक 18/07/2020 को सोशल जस्टिस एंड लीगल फाउंडेशन के प्रतिनिधिमंडल विद्युत मंडल विभाग में एससीएसटी को वरिष्ठता के बावजूद पदोन्नति नही देने के मामले में महाप्रबंधक एचआर व सी ई से इस पर चर्चा हुई।महाप्रबंधक एचआर पांडे ने वर्तमान पदोन्नति में एससी,एसटी को वरिष्ठता के बावजूद शामिल नही करने की बातों को नियम के अनुसार माना।बिजली अधिकारी ने लिस्ट निकालने में कोई गलती नहीं की है कहा। एससी,एसटी को वरिष्ठता के आधार पर ही पदोन्नति नही मिलेगी,क्योकि उन्हें परिणामी वरिष्ठता नहीं देंगे कहा गया इसका कारण सुप्रीम कोर्ट की कुछ जजमेंट के बारे में रेफरेंस देकर कहा।
एच आर के साथ लम्बी बहस हुई – प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि एचआर ने अपने एक ऑफिस के साथी को बुलवाया और उनके साथ बात करने को कहा।हमारे साथ गए एक विद्युत विभाग के कर्मचारी को फटकारते हुए उसका डिटेल पांडे ने पूछा।इस मूददे पर हमारी उनसे बहस भी हुई। पांडे ने लीगल फाउंडेशन सन्गठन को बाहरी कहा।इसके जवाब में श्री बनज ने कहा हम विदेश से नही आए है।यही के बाशिंदे है।
पांडे के सहयोगी सिंह के साथ विभिन्न सुप्रीम कोर्ट जजमेंट और परिणामी वरिष्ठता पर काफी ऊंची आवाज में बहस हुई।उनका कहना था कि हम एससी,एसटी को परिणामी वरिष्ठता नहीं देंगे।क्योकि सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट सबरवाल,एम नागराज में कहा है।
पदोन्नति में आरक्षण मूददे पर कोर्ट ने नियम 5 को स्टेय किया है तो नही मिलेगा वरिष्ठता के बावजूद एससी एसटी को प्रमोशन कहा।इस पर एससी, एसटी के सदस्यों ने कहा कि “85 वां सँविधान संसोधन जिंदा है,,एम नागराज जजमेंट ने संवैधानिक वैद्यता बरकार रखी है।आर्गुमेंट में क्या चर्चा किये मुझसे मतलब नही,निर्णय क्या आया है,,उससे हमें मतलब है”
पांडे व सिंह ने अपनी मन की भड़ास निकाल ही दी,और आगे कहा 82,85 सन का नियुक्त जनरल ई ई है और 88,92 का एससी ई डी बन गया।श्री बनज ने कहा कि आप जानबूझकर एससी,एसटी को प्रमोशन नही देना चाहते,यदि रोस्टर बैन रहेगी तो ताउम्र एससी एसटी को पदोन्नति नही देंगे।पांडे व सिंह ने कहा कि “सारे डीपी सी में तुम्हारे एससी,एसटी मेंबर है,पदोन्नति जारी करते समय उन्हें गलत क्यों नही लगा।
उन्होंने सारे निर्देश पढ़कर डी पी सी में साइन किए।आप कोर्ट जाओ हमने लिस्ट गलत नहीं निकाला है श्री बनज ने कहा कि “हमारे साथ आए विद्युत विभाग के कर्मचारी को क्यो फटकार के बात कि,इस तरह कोई कर्मचारी अपनी समस्या लेकर बड़े अधिकारियों के पास नही आएगा क्या।आपका बर्ताव ऊचित नही है”उसने एक ट्राइबल महिला कर्मचारी को बुलाकर उनके व्यवहार से अवगत कराने को कहा,हमने कहा कोई अधीनस्थ कर्मचारी अपने बॉस के प्रति विपरीत बाते नही करता कहा।सिंह को उन्होंने कहा कि सँविधान में प्रतिनिधित्व का अधिकार हमे मिला है,सदियों से अधिकार वंचित होने के कारण प्रतिनिधित्व के अधिकार के तहत हमे नियुक्ति व पदोन्नति में आरक्षण मिलता है।हम प्रावधानों के तहत आगे बढ़ते हैं।इन्होंने कहा कि आपके 82,84 वाले का नहीं हुआ हमारे 88,90 का हो गया।यह संवैधानिक व्यस्था है कहा।इसके बाद सिंह कमरे से बाहर चले गए।पांडे फिर शांत मन से बनज सर से बातचित की।यदि गलत मानते हैं सूची को तो आप लोग कोर्ट जा सकते हैं। एससी, एसटी सेल ने कहा कि विद्युत मंडल में चल रही यह मनमानी है।आज की तीखी बहस का गवाह विद्युत विभाग के ही कुछ साथी है।छत्तीसगढ़ स्टेट विद्युत मंडल की इस तरह बेतरतीब तरीके के पेश आना व ऊचित संवाद स्थापित करने को लेकर हम सब को कदम उठाना चाहिए।कमेटी गठित करने में इनकी टीम की ओर से अनु जाति , जनजाति व पिछड़ा वर्ग के प्रतिनिधित्व के आंकड़े इक्कठा कर रिपोर्ट सबमिट करने मनोज कुमार पिंगुवा की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय कमेटी गठित हुई।उक्त पहल के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी का ह्रदय से आभार व्यक्त करते हैं कि आज ही GAD से कमेटी गठन सम्बन्धित आदेश जारी हुआ,,,आशा है समय पर रिपोर्ट गठित कमेटी राज्य शासन को सुपुर्द करेगी।संयोजक विनोद कुमार कोशले ने बताया कि पदोन्नति में रिजर्वेशन के लिए कमेटी गठित करने व अनुसूचित जाति,पिछड़ा वर्ग आरक्षण संसोधन बिल विधानसभा में पारित कराने के लिए बीते सप्ताह 12 SC, ST, OBC विधायको के साथ मुख्यमंत्री निवास में सोशल जस्टिस एंड लीगल फाउंडेशन के प्रतिनिधण्डल मुलाकात किए थे।इसके अलावा सारे SC, ST विधायको,अनुसूचित जाति जनजाति आयोग,पीसीसी अध्यक्ष व सम्मत अनुसूचित जाति जनजाति मंत्रियों से मिलकर नोटशीट जारी करने निवेदन किए थे।कमेटी गठित करने में हमारी टीम की ओर से अनिल बनज ,शिव टण्डन ,देव लाल भारती ,विशवास मेश्राम ,जे के पाटले,सीनियर एडवोकेट टी दास साहब,पूर्व जज प्रभाकर ग्वाल ,डॉ मोहन शेंडे ,टी सी रतनाकर जी,राम स्वरूप मरकाम,पी एल सहारा ,ईश्वर भंडारी , सी एस खांडे ,डॉ स्नेहलता हुमने ,नर्मदा रामटेके , संदीप नेताम ,एडवोकेट ललित जांगड़े ,शैलेश कुर्रे ,रोशन दिनकर ,विनोद कोशले ,मरकाम कांकेर,आदेश रवि ,महेश पैकरा ,गजेंद्र टण्डन ,भाव सिंह डेहरे ,पवन नेताम ,सुकरू बघेल,राजेश तारम ,महेश कुजूर ,अशोक सोनवानी ,आर डी मरावी,गौरव भारद्वाज,हर्षवर्धन पाटले ,ठाकुर कोरबा,नेताम कोरबा,ओम प्रकाश नवरंग जी,सुरेंद्र लहरे ,नरेंद्र टण्डन ,सूर्यकान्त गोयल ,सहित राज्य भर से सामाजिक चितंक का महत्वपूर्ण योगदान रहा।सेल ने कमेटी गठित करने की मुहिम में सहयोगी रहे समस्त जनप्रतिनिधियों, समस्त सामाजिक संगठनों,समस्त अधिकारी कर्मचारियों का ह्रदय से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आप सब खुद विचार करने कहा।