रशिया, किर्गिस्तान से अब तक लौटे 184 मेडिकल स्टुडेन्ट्स।। रशिया से 113 एवं किर्गिस्तान से 73 लौटे, सैकड़ों अभी भी फंसे,सबको लाए जाएंगे छ ग – श्रीधर गौरहा।।

Global36 गढ़ के संवाददाता नीलकांत खटकर।।

 

 

 

 

 

 

 

रायपुर – विगत 7 मई से आरंभ हुये वन्दे भारत मिशन अन्तर्गत विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस स्वदेश लाने हेतु केन्द्र सरकार की तरफ से अभी तीसरा फेस चल रहा है जो कि 6 जुलाई तक चलेगा। फेस चार की तिथि अभी घोषित नहीं हुई है। वन्दे भारत मिशन के अन्तर्गत अब तक 184 स्टुडेन्ट छत्तीसगढ़ लौट चुके हैं। रशिया में ही छत्तीसगढ़ के 390 मेडिकल स्टुडेन्ट ने दुतावास में वापसी का पंजीयन कराया है जिसमें से अबतक 111 स्टुडेन्ट लौट चुके हैं। इसमें से 14 बच्चे 14 दिनों का क्वारेन्टाईन रायपुर में पुरा करके अपने घरों में पहुंच चुके हैं तथा शेष अभी रायपुर के विभिन्न पेड क्वारेन्टीन सेंटरों में क्वारेन्टीन हैं। इसी प्रकार दिनांक 20 जून को 73 बच्चे किर्गिस्तान से नागपुर पहुंचे। उन्हे भी बस द्वारा रायपुर लाकर 14 दिनों के क्वारेन्टीन में रखा गया है।

 

 

 

 

    इस विषय में जानकारी देते हुये पालकवर्ग के प्रमुख बिलासपुर के श्रीधर गौरहा ने बताया है कि जो भी बच्चे लौट रहें हैं उन्हे शासन के नियमों के अन्तर्गत रायपुर लाकर नगर निगम रायपुर द्वारा निर्धारित होटलों में 14 दिनों के लिये क्वारेन्टीन किया जा रहा है। सभी बच्चों के कोविड 19 टेस्ट के लिये पेरेन्ट्स ग्रुप द्वारा आरटी-पीसीआर टेस्ट की व्यवस्था हेतु रायपुर सीएचएमओ द्वारा मदद ली जा रही है। 14 दिनों के क्वारेन्टीन को सफलतापुर्वक पूर्ण करने के बाद बच्चों को क्वारेन्टीन पूर्णता का प्रमाण-पत्र कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी रायपुर द्वारा प्रदान किया जा रहा है। जो भी बच्चे विशेष विमानों से नागपुर, भुवनेश्वर  उतर रहे हैं उन्हे रायपुर लाने के लिये पालकों द्वारा स्वयं के खर्च पर बस की व्यवस्था भी की जा रही है। इसके लिये असिस्टेंट कमिश्नर ट्रांसपोर्ट, अपर कलेक्टर रायपुर, एसडीएम रायपुर आदि संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों को सुचित करते हुये मदद ली जा रही है।

 

 

 

 

 

    श्री गौरहा ने बताया कि अधिक से अधिक बच्चों की वापसी जल्द हो सके इसके लिये भारतीस दूतावास मास्को से वे लगातार सम्पर्क में रहते हैं। फ्लाईट्स की उपलब्धता हेतु केन्द्र सरकार के विदेश मंत्रालय, उड्डयन मंत्रालय, गृह मंत्रालय से मदद की गुहार लगाते रहते हैं जिससे लाभ यह हुआ है कि छत्तीसगढ़ राज्य के बच्चों को अब दिल्ली मार्ग से भी आने की अनुमति मिल चुकी है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा दिल्ली में ऐसे मामलों के लिये एक नोडल अधिकारी श्रीमती प्रेरणा अग्रवाल को नियुक्त किया गया है जिनकी मदद से जो बच्चे दिल्ली आते हैं उन्हे डोमेस्टीक फ्लाईट् से रायपुर आने की अनुमति दिल्ली रेसीडेन्ट कमीश्नर एवं एसडीएम की मदद से कार्यवाही पूर्व करवाकर रायपुर भेजा जा रहा है। वन्दे भारत मिशन के फेस 3 अन्तर्गत अभी 24, 29 एवं 30 जुन एवं 5 तथा 6 जूलाई को और अधिक बच्चों के छत्तीसगढ़ आने की संभावना है। दिनांक 17 मई को छत्तीसगढ़ के माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से पालकों ने मुलाकात की थी जिसमें मुख्यमंत्री ने बच्चों को नागपुर उतारने हेतु पहल की थी। अब मास्को से नागपुर के लिये सीधे विशेष विमान वन्दे भारत मिशन अन्तर्गत आ रहा है और बच्चे अपने राज्य पहुंच पा रहे हैं।

बच्चों को अपने राज्य में वापस लाने के कार्य में बिलासपुर के माननीय सांसद श्री अरुण सावजी केन्द्र सरकार से निरन्तर सम्पर्क में हैं। अन्य राज्यों से बच्चों को वापस लाने में बस पास एवं अनुमति कराने में बिलासपुर सेे राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव जी मदद प्रदान कर रहे हैं। इसी के साथ पालकों के निवेदन पर पूर्व मुख्यमंत्री माननीय डा. रमन सिंह जी रायपुर केन्द्र सरकार के उड्डयन मंत्रालय से वार्ता करते रहते हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में विदेश से लौट रहे बच्चों को कोई कठिनाई न हो इस हेतु  गृह सचिव श्री अरुण देव गौतम जी को नोडल अधिकारी बनाया है तथा दिल्ली में भी एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया हुआ है।

अवगत हो कि रशिया में कुल 390 बच्चे और किर्गिस्तान के आईएसएम बिशकेक में 400 बच्चे एवं अन्य युनिवर्सिटी में भी लगभग 400 बच्चे मेडिकल कोर्स कर रहे हैं। इस प्रकार लगभग 1200 बच्चों को छत्तीसगढ़ लौटना है जिसमें से अभी तक 184 बच्चे ही लौट पाये हैं तथा अन्य के लिये निरन्तर प्रयास चल रहा है। मास्को से जो भी फ्लाईट नागपुर अथवा भुवनेश्वर की आ रही है उसमें छत्तीसगढ़ के बच्चों के लिये 50 सीटें दी जा रही हैं तथा दिल्ली आने वाली फ्लाईट में 5 से 10 बच्चों को ही टिकट दिया जा रहा है। पालक वर्ग की तरफ से श्री राजेश अग्रवाल तथा श्री राजु जामनानी रायपुर में सारी व्यवस्था संभाल रहे हैं। पालकवर्ग के प्रमुख श्रीधर गौरहा ने बच्चों को वापस लाने में मदद कर रहे सभी महानुभावों के प्रति हार्दिक आभार प्रकट किया है और आगे भी सहयोग जारी रखने की अपील की है।  रायपुर के होटल सालीटेयर में रशिया से लौटे मेडिकल के 34 बच्चे रुके हैं । दिनांक 21 जून को आयी रिपोर्ट में इनमें से 10 बच्चे कोविड टेस्ट में पाजीटीव पाये गए हैं जिन्हे जिला प्रशासन ने मेकाहारा हास्पीटल में भर्ती कराया है। ये सभी बच्चे असिम्टेमेटीक हैं और संक्रमण की संभावना ट्रेवल हिस्ट्री बताई जा रही है। फिलहाल बच्चे स्वस्थ हैं और डाक्टरों की निगरानी में हैं।इधर श्री धर गौरहा के इस पहल और प्रयास से सैकड़ों स्टूडेंट के पालकों ने खुशी जाहिर करते हुए इस नेक कार्य के लिए उन्हें आभार और धन्यवाद  ज्ञापित किया है।

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