
ब्रेकिंग न्यूज़:नवाचारी व्याख्याता श्रीमती ज्योति सक्सेना ने छत्तीगढ़ की 36 भाजियों की जानकारी विद्यार्थियों को प्रोजेक्ट के माध्यम से दी
शासकीय हाई स्कूल मूलमुला में नवाचारी व्याख्याता श्रीमती ज्योति सक्सेना के कुशल मार्गदर्शन पर छत्तीसगढ़ की 36 भाजी के विषय मे महत्वपूर्ण जानकारी ,भाजियों को खाने से होने वाले लाभ,भाजी बनाने की विधि विद्यार्थियों से छत्तीसगढ़ की 36 भाजी का प्रोजेक्ट बनाना सीखाया गया ,छत्तीसगढ़ ही एक ऐसा राज्य है यहाँ लगभग 79 प्रकार की भाजी खाई जाती हैं 36 भाजी तो लगभग सभी घरों में बड़े चाव से खाई जाती है ।नवाचारी व्याख्याता श्रीमती ज्योति सक्सेना ने 36 भाजियों के विषय मे जानकारी के साथ ही बताया कि कुछ भाजियों को उबालकर निचोड़कर लहसुन मिर्च के साथ बनाया जाता है कुछ भाजी को काटकर धोकर टमाटर ,मिर्च,अदरक,लहसुन डालकर बनाया जाता हैं ,कुछ भाजी में दाल डालकर एवं कुछ खट्टी भाजी भी बनाई जाती हैं ठंड के मौसम में खेतो में भाजियों की बहार छा जाती हैं ठंड के मौसम में भाजी शरीर के लिए लाभकारी होती है इसी उद्देश्य को लेकर प्रोजेक्ट कार्य के माध्यम से भाजियों के विषय में बताया गया बच्चों ने अपने घर की बाड़ी से कांदा भाजी,बोहार, तिवरा,कुरमा, पीपर, चनोटी, चुंनचुनिया,रोपा, चना, खेड़हा,गोभी,चोलाई, अमूरी,केवारी, गोल,मुनगा, मेथी,सरसो,पालक, बथुआ,गोल,बरबट्टी,डाला भाजी,कोचई,तिन पनिया,बर्रा,चेंच,चरोटा,लाल भाजी, पहुना भाजी,कर मत्ता, सुनसुनिया,मुरई, पोई, सरसो,मेथी,झुरगा, गुमटी,आदि भाजी को एकत्रित करके छत्तीसगढ़ की 36 भाजियों के विषय अपनी समझ विकसित की विद्यालय के प्राचार्य श्री विमलेश पांडेय, व्याख्याता शैल शर्मा,प्रतीक्षा सिंह,नीरजा सिंह एवं दिनेश कुमार बंजारे सर ने भी बच्चों को जानकारी दी साथ ही विद्यालय में मानवाधिकार दिवस एवं अमर शहीद वीर नारायण सिंह के विषय पर भी कार्यशाला आयोजित की गयी विद्यार्थियों ने चित्रों के माध्यम से भी आज के आयोजन को सफल बनाया।