● पिछली बार आंदोलन बीच में बंद किया तो राजधानी नांदघाट से नया रायपुर चली गई- महापौर ● एसईसीएल से सीएसआर मद में 4 सी एयरपोर्ट के लिये 50 करोड़ रूपये मांगे ● हवाई सुविधा अंखण्ड धरना 256 दिन भी रहा जारी
बिलासपुर 08 फरवरी 2021। हवाई सुविधा जनसंघर्ष समिति का अखण्ड धरना मंगलवार 256 दिन भी जारी रहा, महानगरों तक सीधी उड़ान और 4 सी एयरपोर्ट की मंजूरी तक यह धरना जारी रखने का फैसला लिया जा चुका है। समिति ने केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के द्बारा बिलासपुर का आंदोलन के जिक्र करने पर कहा कि समिति को हर्ष है कि आंदोलन का इतना असर हुआ कि मंत्री ने भी उसे सार्वजनिक रू प से माना। जहा तक आंदोलन के बिना ही उड़ान प्रारंम्भ होने की बात है, समिति ने कहा कि बिलासपुर को जो भी मिला है संघर्ष से मिला है। सन् 2000 में 90 विधायकों और 16 सांसदो की सयुक्त बैठक में छत्तीसगढè की राजधानी नांदघाट में रखने की घोषणा हो गई थी और इस आधार पर बिलासपुर में चल रहा आंदोलन समाप्त कर दिया गया था। जिसका परिणाम यह हुआ कि बाद में अजीत जोगी व रमन सिंह सरकार ने राजधानी को नया रायपुर ले गये। इसलिये बिलासपुर के लोग अपना लक्ष्य हासिल किए बगैर आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे। सभा में रायपुर गये सदस्यो ने अपने अनुभव साझा किये और बताया कि एक अच्छी मुलाकात के बाद बिलासपुर से सभी दिशाओं में उड़ाने प्रारंम्भ होने की संम्भावना बलवती हो गयी है।
धरना में अशोक भण्डारी, मनोज तिवारी, सुदीप श्रीवास्तव, देवेन्द्र सिंह, महेश दुबे, बद्री यादव, मनोज श्रीवास, केशव गोरख, समीर अहमद, संजय पील्ले, चित्रकांत श्रीवास, रामा बघेल, रंजीत खनूजा, शिवा मुदलियार, किशोरी लाल गुप्ता, निर्मल चंद्रा, जावेद मेमन, संतोष पीपलवा, विजय वर्मा, अनील गुलहरे, डॉ. प्रदीप राही, मेलू राम साहू, राजेश यादव, विभूति गौतम, नरेश यादव और अनिल तिवारी उपस्थित रहें।
50 करोड़ रू पये मंजूर करें एसईसीएल: महापौर
एक मार्च की तारीख से उड़ाने प्रारंम्भ होने की घोषणा के बाद धरना स्थल पर लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह और महापौर रामारण यादव भी शामिल हुये। धर्मजीत सिंह ने संघर्ष समिति को उड़ानों की तारीख की घोषणा का स्वागत करने के साथ-साथ महानगरों तक उड़ान और 4सी एयरपोर्ट की मंजूरी तक आंदोलन के फैसले का समर्थन किया। वहीं महापौर रामारण यादव ने समर्थन के साथ-साथ एसईसीएल से मांग की कि वे अपने सीएसआर मद से 4 सी एयरपोर्ट के लिये आवश्यक 150 करोड़ की राशि में से 50 करोड़ रू पये मंजूर करें। महापौर यादव ने कहा कि कंम्पनी का एक साल का मुनाफा 4000करोड़ रू पयें है। महापौर इसके लिये सीएमडी को पत्र भी लिखेंगे।