बिलासपुर 02 अक्टूबर 2020।लोकसभा सांसद अरुण साव द्वारा आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित परिचर्चा के चौथे दिन नये कृषि कानून में किसानों के हित में दिए गये प्रावधानो के संबंध में जिला पंचायत सदस्यों एवं जिले के जनपद सदस्यों के साथ संवाद किया गया।
उन्होंने कहा कि नए कृषि सुधार विधेयकों के पारित होने से अब किसान अपनी फसल का सौदा सिर्फ अपने ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों के लाइसेंसी व्यापारियों के साथ भी कर सकेंगे। इससे बाजार में प्रतिस्पर्धा होगी और किसानों को अपनी मेहनत के अच्छे दाम भी मिलेंगे।कृषि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था मजबूत होने से देश की आर्थिक स्थिति और सुदृढ़ होगी और अन्नदाताओं को बिचौलियों के चंगुल से मुक्ति मिलेगी। किसानों का “एक देश-एक बाजार” का सपना भी पूरा होगा। श्री साव ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को लेकर चल रही है और इस दिशा में अनेक कदम उठाए गए हैं। पहले हमारे किसानों का बाजार सिर्फ स्थानीय मंडी तक सीमित था, उनके खरीददार सीमित थे, बुनियादी ढांचे की कमी थी और मूल्यों में पारदर्शिता नहीं थी। इस कारण उन्हें अधिक परिवहन लागत, लंबी कतारों, नीलामी में देरी और माफियाओं की मार झेलनी पड़ती थी। नए कृषि विधेयकों से अब आमूल-चूल परिवर्तन आएगा। खेती-किसानी में निजी निवेश होने से तेज विकास होगा तथा रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि कृषि उपज मंडियां बंद नहीं होंगी, वहां पूर्ववत व्यापार होता रहेगा। किसानों को मंडी के साथ ही अन्य स्थानों पर अपनी उपज बेचने का विकल्प प्राप्त होगा। यह विधेयक किसानों को ई-ट्रेडिंग मंच उपलब्ध कराएगा, जिससे इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से निर्बाध व्यापार सुनिश्चित किया जा सके। किसान खरीददार से सीधे जुड़ सकेंगे, जिससे बिचौलियों को मिलने वाले लाभ के बजाय किसानों को उनके उत्पाद की पूरी कीमत मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि कांट्रैक्ट सिर्फ उत्पाद पर लागू होगा, जमीन पर नहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला भाजपाध्यक्ष रामदेव कुमावत ने की।
इस अवसर पर घनश्याम कौशिक, मोहित जायसवाल, मनोहर सिंह, सुमंत जायसवाल, विक्रम सिंह, परमेश्वर खुसरो, सदन सिंह आयाम, तुलसी प्रसाद तिवारी, प्रकाश पाटले, राधिका जोगी, धनंजय क्षत्री, नूरी दिलेन्द्र कौशिल, अजय यादव, तुलसी बघेल, नंदनी डोंगरे, भानू कश्यप, लक्ष्मी कश्य, धर्मेन्द्र कोशले, आरती पटेल, गीता सलाम, रामकली सोरठे, सुरती परमेश्वर खुसरो, लक्ष्मी साहू, राधा दुर्गा पटेल, भागवत जायसवाल, महराज सिंह नायक, अभिलेष यादव, आदि उपस्थित थे।