छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने कोरोना वोरियर्स का किया सम्मान बढ़ाया उनका मनोबल

Global36garh न्यूज से ललित गोपाल की खबर

बिलासपुर 01 सितंबर 2020। जब से कोरोना का संक्रमण शुरू हुआ है नियंत्रित करने स्वास्थ्य विभाग के हर संवर्ग के कर्मचारी दिन रात मेहनत कर रहे हैं। पिछले 7 माह से बिना रुके, बिना अवकाश लिए अपने परिवार को छोड़कर अपनी सेवाएं जारी रखे हुए हैं । विभाग द्वारा दी जा रही सुविधाएं पर्याप्त ना होने के बावजूद बिना शिकवा शिकायत के काम किए जा रहे हैं, संक्रमित भी हो रहे हैं और ठीक हो कर पुनः अपने कार्य में लगे हुए हैं, कुछ कर्मचारी तो मृत्यु को भी वरण कर चुके हैं बावजूद कर्मचारी घबराए बिना अपने कर्तव्य पथ पर डटे हुए हैं ।ऐसे योद्धा क्षतिपूर्ति भत्ता प्राप्त करने के हकदार बन गए हैं, विशेष भत्ता इनका अधिकार है । इन योद्धाओं का स्वास्थ्य बीमा किया जाना अति आवश्यक था जिससे अनहोनी होने की स्थिति में परिवार तो सुरक्षित रहता । इन सब अभाव के बावजूद अपने कर्तव्य से कर्मचारी पीछे नहीं हट रहा है । लेकिन शासन इन योद्धाओं को प्रदान किए जाने वाले सुविधाओं से जरूर पीछे हट रही है। यहां तक की कोविड-19 के योद्धाओं को सम्मान देने में भी भेदभाव कर इन कर्मचारियों को आघात पहुंचाते हुए उनके मनोबल को तोड़ने का काम किया है विभाग में बैठे अधिकारियों को भी इन योद्धाओं पर तरस नहीं आ रहा है, कुछ नहीं तो कम से कम कर्मचारियों के मनोबल बढ़ाने उन्हें शाबाशी के दो शब्द बोल सकते थे।

 

 

कोविड-19 पीड़ित भर्ती मरीजों की साफ सफाई करने , संक्रमित सामग्री उठाने ,संक्रमित वार्ड की सफाई करने वाले सफाई कर्मी तथा वे वार्ड बॉय जो संक्रमित मरीजों की सेवा में लगे रहते हैं क्या वे सम्मान पाने के हकदार नहीं है? संभावित की सेम्पलिंग कर संक्रमित होने वालेटेक्निशियन , इलाज में सहयोग देने वाली नर्सेज, संक्रमण के क्षेत्र में घर-घर सर्वे करने वाले स्वास्थ्य कर्मी, कार्यालयों में 24 घंटे ड्यूटी बजाने वाले स्टॉफ, संक्रमित मरीजों को अस्पताल तक ले जाने वाले ड्राइव्हर, क्या सम्मान पाने की हकदार नहीं है ?

 

आज सभी संवर्ग के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जो दिन-रात कार्य में लगे हुए हैं क्या सम्मान पाने के हकदार नहीं है ?

कोविड-19 नियंत्रण कार्य में यदि सम्मान पाने का कोई हकदार है तो सिर्फ स्वास्थ्य विभाग के ये सभी फ्रंट लाइन में काम करने वाले कर्मचारी हैं जिन्हें शासन के साथ-साथ विभाग ने भी नजरअंदाज कर दिया है।

 

 

छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ शासन और विभाग द्वारा किए जा रहे भेदभाव से व्यथित है। संघ ने निर्णय लिया है की स्वास्थ्य विभाग के सभी उन कर्मचारियों को जो कोविड -19 में सेवाएं दे रहे हैं इनमें से हर एक को सम्मानित करेगा । जिसकी शुरुआत आज दिनांक 1/9 /2020 को सिम्स के 6 नर्सों को सम्मानित कर किया गया । जिन्होंने शुरू दिन से सिम्स में कोविड-19 ओपीडी स्थापना , वार्ड स्थापना एवं ओपीडी कथा वार्ड में सेवा दे रहे कर्मचारियों को सुविधा प्रदान करने मेरे लगे हुए हैं ,कोविड-19 उपचार हेतु आए मरीजों कि कॉउंसलिंग में अहम भूमिका निभा रहे हैं ,जो निरंतर बिना अवकाश के आज भी अपनी सेवाएं जारी रखे हुए हैं ऐसे कर्म योद्धाओं का एक सादा समारोह आयोजित कर स्टाफ नर्स श्रीमती सुनैना सिंह, श्रीमती गीता पासवान, श्रीमती नीलिमा अग्निहोत्री ,श्रीमती आराधना दास,श्रीमती सविता मनहरण एवंश्रीमती कविता घोष को श्री रविंद्र तिवारी कार्यकारी प्रांत अध्यक्ष, श्रीमति शीला बोगी नर्सिंग अधीक्षिका, श्री विकास यादव संभागीय अध्यक्ष एवं प्रांतीय संयोजक एमएलटी प्रकोष्ठ, श्री अमरू साहू संभागीय संयोजक रेडियोग्राफर प्रकोष्ठ, श्री अनूप धुर्वे अध्यक्ष सिम्स शाखा द्वारा पुष्प कुछ के साथ प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया ।

आने वाले दिनों में क्रमशः जिले के सभी तृतीय एवं चतुर्थ संवर्ग के कर्मचारियों को इसी तरह सम्मानित कर उनका मनोबल बढ़ाये रखने में संघ अपना योगदान करेगा ।

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