रायपुर 04 जुलाई 2020। प्रदेश के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के निर्देश पर पर्यटन विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ में भगवान राम के वनवास काल से संबंधित सभी स्थानों को पर्यटन-तीर्थ के रूप में विकसित करने का काम किया जा रहा है। उनमें कोरिया जिले का सीतामढ़ी-हरचौका तथा सरगुजा का रामगढ़ भी शामिल किया गया है। इनमें से रामगढ़ की प्रसिद्धि विश्व की प्राचीनतम नाट्यशाला के लिए भी है।
महाकवि कालिदास ने अपनी कालजयी कृति मेघदूतम् की रचना यहीं पर की थी। वनवास के दौरान भगवान राम ने कोरिया जिले से ही छत्तीसगढ़ में प्रवेश किया था। भरतपुर तहसील के जनकपुर में स्थित सीतामढ़ी-हरचौका को उनका पहला पडा़व माना जाता है। राम के इस क्षेत्र में महत्व को देखकर इन सभी क्षेत्रों का विकास पर्यटन क्षेत्रो के रूप में किया जा रहा है। ताकि लोग यँहा आकर राम की महिमा को जान सके।