बलौदाबाजार – माननीय मुख्यमंत्री महोदय के निर्देश पर राज्य शासन द्वारा दिनांक 17. 6 .2020 को आदेश जारी कर दिनांक 19 जुन 2020 से पूरे छत्तीसगढ़ में रोका छेंका अभियान का शुरुवात किया गया है ,गांवों में मुनादी कराई गई, गोठानों में जन जागृति कर भरपूर प्रचार प्रसार किया गया है किंतु एक दो गोठानो को छोड़कर कहीं भी बाउंड्री वाल नहीं होने से पशुओं को एकत्रित कर रखा जाना संभव नहीं हो पा रहा है।
जब तक समस्त ग्राम पंचायतें , नगर पंचायतें जागरुकता नहीं दिखाएगी तब तक पशु आवारा घूमते नजर आएंगे फसलों को नुकसान पहुंचाएंगे, सड़कों पर अनावश्यक खड़े रहेंगे जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहेगी इस तरह शासन का यह कार्यक्रम कागजी घोड़ा साबित हो रहा है जब तक पशुओं को किसी जवाबदार व्यक्ति या संस्था को नहीं सौंपा जाता तब तक यह कार्य सफल नहीं होगा।
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद भी नरवा घुरवा गरवा और बाडी योजना के बाद रोका छेका का जिले के सभी ब्लॉक के अंतर्गत गांवो में हाल बेहाल है योजना सिर्फ कागज पर समेट गये क्योंकि ऐसे अभी गोठानो का काम पुर्ण नहीं हो पाएगा तथा और तार भी नही लगा है ।जिसके कारण से हर गांव पर सडक पर भारी संख्या में मवेशियों का जमावड़ा लगा रहता है, जिससे आवागमन बाधित हो रही है और सडकों पर वाहनों का आवागमन में परेशानी हो रही है और सड़क दुर्घटनाओं पर मवेशियों का लगातार जान चली जा रही है ।शासन प्रशासन की योजना पर कढाई से पालन नही हो रहा है।आप देख सकते हैं सारंगढ़ – गिधौरी- बलौदा बाजार-पलारी-रायपुर मार्ग इधर शिवरीनारायण – मस्तूरी- बिलासपुर मार्ग,वहीं सरसीवा से सरायपाली – मार्ग में हज़ारों की संख्या में मवेशियों बैठी रहती हैं। इस सम्बंध मे जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी जानकारी देने से बच रहे है और बाइट नही देने का आदेश बताया जा रहा हैं।