बिलासपुर :- यह देश सभी का है ,देश संकट में है देशभक्ति साबित करने का समय है, शासकीय सेवक से जनसेवक बनने का समय है टिड्डी हमला, पाकिस्तान हमला,चीन हमला,कोरोना हमला, वैश्विक मन्दी का हमला, विपक्षी राजनीति का हमला, देश के भीतर मौजूद गद्दारो का हमला, कश्मीर में पत्थरबाजों का हमला, आंतकियो का हमला, बेरोजगारी हमला, घूसखोरों का हमला, इन तमाम विपरीत हालातो में यदि कोई अत्यचारी, दुराचारी, घूसखोर बना रहता है तो जनता को मिलकर,उस व्यक्ति को मार देना चाहिए ! यह समय है कि कुछ समय के लिए सभी आदतन अपराधियो को अपराध त्याग देने चाहिए ! लोगो को ठगी,घूसखोरी त्याग देनी चाहिए ! कानूनों से परे, सभी शासकीय सेवको को मानवता का परिचय देकर, सभी भारतीय नागरिकों से सद्भावनापूर्ण व्यवहार करना चाहिए, कल इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अपने एक फैसले में कानून से हटकर फैसला दिया है ! इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने कानून को नही, मानवता को फैसले का आधार बनाया है ! इतने सदभावी,संवेदनशील जजो को ईश्वर, हमेशा स्वस्थ,सम्पन्न,दीघायु वाला जीवन प्रदान करे, इस दुआ के सिवाय जनसाधरण और क्या दे सकता है? ऐसे मानवता के रक्षक जज, हर जन्म में न्याय दानदाता बने।
दूसरी तरफ हमारे यहां चांडाल शासकीय सेवको का शासन है, जो रोज ऐसे आदेश पारित कर रहे है कि जनता पर सख्त कार्यवाही की जाए, जुर्माने वसूले जाए, 5 रु का मास्क,500 रु जुर्माना ? हमारे यहां अधिकांश कम दिमाग वाले,क्रूर,अत्यचारी शासक और शासकीय सेवको से देश भरा पड़ा है ! जनता पर आयी को रोना आपदा को जुर्माने वसूलने का अवसर बना रखा है ! शासन की असफलताओ का समस्त दण्ड जनता पर लाद दिया जाता है, कोरोना टेस्ट करने की, 5 रु का मास्क जनता को देने की औकात नही है सरकारो की,शासको की, और जनता को 500 रु जुर्माना योग्य समझते है ? यदि सही आकलन किया जाए तो सेना के अलावा, मात्र कुछ गिने-चुने ही देशभक्त है ! अधिकांश शासक ओर शासकीय सेवक, देश और जनत पर आयी विपदा को अवसर / उत्सव मनाने में लिप्त है ! जिसके वश में जो है वो ही लूटने में मस्त है, कोई पेट्रोल गैस के दाम बढा रहा है कोई शासक जुर्माने वसूल रहा है कोई रोटी और पराठे का अंतर बताकर 5% की जगह 18% GST वसूल रहा है ? कोई जनता का सड़को पर चलना दूभर कर रहा है ? बहुत ही दुर्भाग्यजनक स्थिति में है देश ! आपदा को अवसर मत बनाओ ! प्लीज – पवन गोयल आरटीआई कार्यकर्ता बिलासपुर।।