12 मई को विश्व अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाएंगी छत्तीसगढ़ नर्सेस संघ।।
बिलासपुर – आगामी 12 मई को छत्तीसगढ़ नर्सेस संघ आधुनिक नर्सिंग की संस्थापिका सुश्री फ्लोरेंस नाइटेंगल की 200 वीं वर्ष गांठ के अवसर पर प्रदेश के सभी जिलों में अन्तर्राष्ट्रीय नर्सेस दिवस मनाया जाएगा।संघ की सदस्य नीलिमा शर्मा ने बताया की वर्तमान में पूरा विश्व वैश्विक महामारी से जूझ रहा है।सम्पूर्ण भारत वर्ष में नर्सिंग समुदाय कोरोना योद्धा के रूप में इस महामारी से लड़ाई लड़ रहा है।हमारे छत्तीसगढ़ में कार्यरत समस्त नर्सिंग स्टॉफ अपनी जान की परवाह किए बिना नियमित रूप से अपने कार्य में उपस्थित होकर कोरोना के विरूद्ध लड़ाई में अपना योगदान दें रहें हैं।इन्होंने आगे कहा कि संघ द्वारा पिछले 5 सालों से अपनी दो प्रमुख मांगों(4600 ग्रेड पे और नाम परिवर्तन स्टॉफ नर्स से नर्सिंग ऑफिसर करने) को लेकर कई ज्ञापन सौंपे जा चुंके है। छ ग के इतिहास में पहली बार नर्सिंग स्टॉफ को तात्कालीन बीजेपी की सरकार ने एस्मा लागू कर हमारे आंदोलन को कुचलते हुए सैकड़ों नर्सेस को 40 घंटे की जेल में बंद कर तरह तरह की यातनाएं दी गई थी जिसे संघ के सदस्यों ने सहा। दो वर्ष बीत जाने के बाद भी इनकी कोई मांगे पूरी नहीं होने से सम्पूर्ण नर्सिंग स्टॉफ हतोत्साहित है।अपनी दो प्रमुख मांगो को लागू कराने हेतु संघ ने पिछले दिवस छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव को ज्ञापन सौंपा गया है।