
ब्रेकिंग न्यूज़:बलौदाबाजार- भाटापारा जिला को संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास जिला के रूप में नामकरण कराने की मांग,और गिरौदपुरी तथा सोनाखान के नाम को यथावत रखने की मांग
गिरौदपुरी धाम और सोनाखान का नाम यथावत रखा जाये
बलौदा बाजार- भाटापारा जिला का नाम संत शिरोमणि बाबा गुरू घासीदास जिला रखा जाये
Global 36garh news छत्तीसगढ़/साथियों यह तो बहुत ही निंदनीय विषय है लंबे समय से हम और हमारा सतनामी समाज बलौदाबाजार- भाटापारा जिला को संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास जिला के रूप में नामकरण कराने की मांग कर रहे है,शायद संसदीय सचिव महोदय चन्द्रदेव राय जी को यह तो मालूम है कि लंबे समय से सतनामियों का यही मांग है किंतु क्या मांग है वे शायद नही जान रहे है।संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास जी का जन्म स्थल एवं तपोभूमि गिरौदपुरी धाम का नाम आज हर जगह है इस पर परिवर्तन करने वाली कोई उचित बात ही नही है।
हमारा तो मांग रहा है कि बाबा गुरु घासीदास जी का जन्म स्थल एवं तपोभूमि गिरौदपुरी धाम जिस जिला में है वह जिला का नाम जिस प्रकार जिला कबीरधाम बना उसी तर्ज पर बलौदाबाजार-भाठापारा जिला का नामकरण संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास जिला के रूप में किया जाये अर्थात बलौदाबाजार जिला का नाम परिवर्तित कर संत बाबा गुरु घासीदास जिला रखा जावे,सायद कांग्रेस सरकार इस बात को गंभीरता से नही ले रही। जबकि चंद्र देव राय जी खुद कई बार सतनाम संदेश यात्रा के रैली में शामिल होते थे और यह बोले थे की इस कार्य को हम करवाएंगे फिर गिरौदपुरी धाम का नाम को चेंज करवाएं यह कही भी उचित नहीं है पूरे समाज की मांग पर गिरौदपुरी धाम का नाम जैसा था वैसा ही रहने दिया जाए व बलौदा बाजार- भाठापारा का नाम बाबा गुरु घासीदास जी के नाम से नामकरण किया जाए।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार द्वारा गिरौदपुरी धाम के यथोचित प्राचीन काल से चली आ रही नाम को पुनः नामकरण करना वाहवाही लूटने की प्रयास करना यह अतिशयोक्ति है’- यदि कांग्रेस सरकार बाबा गुरू घासीदास जी को सम्मान देना ही चाहती है तो बलौदाबाजार -भाठापारा जिले का नामकरण बाबा गुरु घासीदास जी के नाम से करें:-सत्य अहिंसा मानवता के पुजारी मनखे- मनखे एक बरोबर के मूलसूत्रधार मेरे सतनामी समाज छत्तीसगढ़ के धरोहर छत्तीसगढ़ प्रदेश के 3 करोड़ जनताजनार्दन के गौरव श्रद्धा के केंद्र संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास जी के नाम से जिला बलौदाबाजार -भाटापारा का नामकरण किया जाना चाहिए लेकिन कांग्रेस सरकार द्वारा गिरौदपुरी धाम के यथोचित नाम को पुनः नामकरण करके वाह वाही लूटने का प्रयास किया जाना अतिशयोक्ति है यदि छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार को मेरे बाबा गुरु घासीदास जी का सम्मान करना ही है तो पवित्र गिरौदपुरी धाम के नाम से बाबा गुरु घासीदास जी के नाम से जिला बलौदाबाजार -भाटापारा का नामकरण क्यों नहीं किया जा रहा है आज छत्तीसगढ़ के सतनामी समाज इस बात को जानना चाहता है।