बिलासपुर 29 जुलाई 2020। शहर की राजनीति में अहम किरदार निभाने वाले अटल श्रीवास्तव कंही हासिये में न चले जाएं। ये बात हम इसलिए कह रहे हैं । क्योंकि निगम मंडल की पहली सूची में उन्हें कही जगह नही दी गई । दूसरी संभावित सूची में उनके नामो की अभी तक कोई खबर नही है।
शहर की राजनीति में अटल श्रीवास्तव का बहुत बड़ा योगदान है। विधानसभा चुनाव में भले ही उन्हें टिकट नही दिया गया । लेकिन शैलेष पांडेय को विधायक बनाने में उनकी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही। इसी तरह नगर निगम चुना उनके नेतृत्व में लड़ा गया । कांग्रेस सबसे ज्यादा वार्डों में जीत दर्ज कराई। जिससे कांग्रेस का महापौर बना सका। जिला पंचायत के चुनाव में भी उनकी रणनीति काम आई और कांग्रेस के अरुण सिंह चौहान जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए । ये इत्तफाक ही कहा जाय कि वे खुद लोकसभा चुनाव लड़े और मोदी लहर में हार गए। इसके बावजूद भी आज शहर की राजनीति कें मुख्य केंद्र बिंदू माने जाते है। इसका मुख्य कारण उनकी संगठन में सक्रियता दूसरी संगठन में बैठे उनके लोग शहर ,ग्रामीण ,ब्लाक, सभी अध्यक्ष पदों में बैठे लोग उनके ही समर्थक माने जाते है। ऐसे में जाहिर है उनके समर्थकों को निगम मंडल या प्राधिकरण में अटल श्रीवास्तव की ताजपोशी की उम्मीद करना। लेकिन राजनीति में कब क्या होगा कुछ कहा नही जा सकता । जैसे कि रश्मि सिंह आज पहली बार चुनाव जीतकर संसदीय सचिव है। लेकिन 20 साल से राजनीति में सक्रिय भूमिका में रहने वाले आशीष सिंह ठाकुर विधायक भी नही बन पाए। इसे किस्मत नही कहे तो और क्या है।