बिलासपुर 29 नवम्बर 2020। ‘किसान इंडिया बायोटेक’ के नाम पर लाखो की ठगी करने वाले गिरोह को बिलासपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार किसानों को ऑर्गेनिक खाद्य का डीलरशिप देने व फलदार वृक्षों के नाम पर ये गिरोह ठगी का शिकार बनाया करता था। ये लोग ठगी का पैसा इकठ्ठा कर अपना ऑफिस व मोबाइल बंद कर वंहा से फरार हो जाया करते थे। फिर नई जगह तलाश कर वंहा भी ऐसे ही ठगी करते थे।
प्रार्थी श्रीमति प्रतिमा मिश्रा पति सजित मिश्रा गांधी नगर ,बिलासपुर से भी इन लोगो ने दो किस्तों में 2 लाख व 3 लाख ऑर्गेनिक खाद की डीलरशिप देने के नाम पर लिए थे। किन्तु बहुत दिन बीत जाने के बाद भी जब इन्हें डीलरशिप नही मिली । तब उन्होंने इनके मोबाइल नंबर पर संपर्क साधा किन्तु इनके सभी नम्बर बंद मिले ,ऑफिस में संपर्क करने की कोशिश की गई तो ऑफिस में ताला बद पाया गया। तब प्रार्थी को अपने साथ ठगी होने का अहसास हुआ और उन्होंने सिविल लाइन थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक दीपांशु काबरा,पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल, अति पुलिस अधीक्षक(शहर) उमेश कश्यप, अति पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) संजय ध्रुव ,सीएसपी आर एन यादव के नेतृत्व में थाना प्रभारी सिविल लाइन शानिप रात्रे,थाना प्रभारी कोतवाली कलीम खान,व साइबर सेल प्रभारी प्रभाकर तिवारी को टीम बनाकर जांच की जिम्मेदारी सौपी गई।
प्रकरण में अनुसंधान के दौरान किसान इंडिया बॉयोटेक के नाम से बिलासपुर के बंधन बैंक पर एकाउंट खोल गया था। एस्टेटमेंट निकलवाया गया। जिसमें पिछले दिसंबर 2019 से जनवरी 2020 तक एक वर्षो में 1 करोड़ 76 लाख 41 हजार सात सौ चवालीस रुपये विभिन्न माध्यमो से जमा करने के बाद ये रकम निकाल ली गई थी । पुलिस की जांच में एक और बात सामने आई कि एक ही आधार से अलग अलग नामो से अलग अलग स्थानों में अकॉउंट खोला गया है। पुलिस की जांच में यह भी तथ्य सामने आई कि आरोपी उत्तरप्रदेश के गोरखपुर, लखनऊ, बलरामपुर आदि शहरों का रहने वाला है। जो की नाम बदल कर देश के अलग अलग राज्यो में ऑर्गेनिक खाद की डीलरशिप देने के नाम पर किसानों से ठगी करता है।
प्रकरण के जांच के दौरान पुलिस को जानकारी हाथ लगी कि आरोपी वर्तमान में छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में सक्रिय है और वंहा ग्लोबल एग्रो बायोटेक के नाम पर लोगो को ठगी का शिकार बनाने की जुगत में है। जानकारी मिलते ही बिलासपुर पुलिस कप्तान प्रशांत अग्रवाल ने तुरंत पुलिस की एक टीम को राजनांदगांव के लिए रवाना किया। जंहा से 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जिनके पास से ढाई लाख रुपए, कई बैंक अकाउंट के पासबुक, एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन, किसान इंडिया बायोटेक की पर्ची, रासायनिक खाद्य समेत कई चीजें बरामद हुई है।
गिरफ्तार आरोपियों में शक्ति सिंह पिता सतीश सिंह, प्रदीप शर्मा पिता घनश्याम शर्मा, कृष्ण मोहन पांडे पिता सीताराम पांडेय शामिल है। पुलिस इन तीनों के अलावा भी गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है ।
उक्त प्रकरण को सुलझाने में सिविल लाइन थाना प्रभारी शानिप रात्रे, थाना प्रभारी कोतवाली कलीम खान, साइबर सेल प्रभारी प्रभाकर तिवारी, अवधेश सिंह, शिव चंद्रा,विकास राम, धर्मेंद्र साहू, नवीन एक्का,विकास यादव,तदवीर सिंह,विकास राम, सन्तोष यादव ,ईश्वरीय कश्यप आदि पुलिस कर्मियों की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही।
बिलासपुर आई जी दीपांशु काबरा व पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल द्वारा उक्त प्रकरण को सुलझाने वाली टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है ।