बलौदा बाजार – बिलाईगढ़ क्षेत्र में कहीं सामुदायिक भवनों में प्रशासनिक कब्जा तो कहीं उपस्वास्थ्य केंद्रों में आंगनबाड़ी का संचालन अब आम बात हो चली है। ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत गिरवानी का है, जहां गांव के ग्रामीणों को गांवों में ही प्राथमिक उपचार और डिलवरी कराने की मंशा से शासन द्वारा गांवों में उप स्वास्थ्य केन्द्र खोलने की स्वीकृति तो जारी कर दी है। लेकिन ठेकेदार मनमानी अधिकारियों की अनदेखी के चलते तीन साल बीत जाने के बाद भी भवन पूर्ण नही हो पाया है ,जिसके कारण उप स्वास्थ्य केंद्र स्वास्थ्य विभाग के व्दारा आंगनबाड़ी भवन को उपस्वास्थ्य केन्द्र बनाकर लोगो के प्राथमिक उपचार व गर्भवती महिलाओं का डिलवरी कराते हैं। यह पूरा मामला बिलाईगढ़ विकास खंड के ग्राम पंचायत गिरवानी का है जहां 26 लाख रुपये की लागत से बन रहे उपस्वास्थ्य केंद्र तीन साल बाद भी पूर्ण नही हो पाया है, जिसके चलते गांव के आंगनबाड़ी भवन को उपस्वास्थ्य केंद्र बनाकर ग्रामीणों का इलाज और गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी किया जाता है । आपको बता दे कि गिरवानी उपस्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत में 7 गांव आते हैं जहां उपचार वह डिलवरी कराने का भवन नहीं होने कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।यहां स्वास्थ्य विभाग तो अपनी जिम्मेदारी निभा रहा हैं।लेकिन ठेकेदार जयशंकर साहू की लापरवाही, दादागिरि,मनमानी देखने को मिल रही है। वही ठेकेदार को इस संबंध में फोन से पूछा गया तो मैं नही बनाऊंगा क्या करना है कर लो ,जहां शिकायत करना है कर दो,जो छापना है छाप दो ऐसा हमारे संवाददाता को जवाब दिया।वहीं पूर्व सरपंच राम कुमार साहू ने बताया कि मैने स्थानीय बिलाईगढ़ विधायक व जिला कलेक्टर बलौदा बाजार को शिकायत की है इसके बावजूद अभी तक उनके द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है।