चक्रवाती तूफान “अम्फन” से बंगाल व उड़ीसा सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे । छत्तीसगढ़ में दक्षिण क्षेत्रों को पहले करेगा प्रभावित
मौसम विभाग के अनुसार यह चक्रवात धीरे-धीरे शक्तिशाली रुप धारण करता जा रहा है. इसके पहले बंगाल की खाड़ी में उत्तर और उत्तर-पश्चिम और फिर उत्तर और उत्तर-पूर्व में कदम रखने के अनुमान है. परिणामस्वरूप , सोमवार से बुधवार तक बंगाल के तटीय जिलों में मौसम बेहद खराब रह सकता है.
मंगलवार और बुधवार को वहां बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है. इनमें कोलकाता, हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना और पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर मुख्य रूप से शामिल हैं. 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है. वहीं समुद्र के अंदर हवा की गति 190 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है.
दक्षिण छत्तीसगढ़ को सबसे पहले करेगा प्रभावित
मौसम वैज्ञानिक ए एम भट्ट ने बताया कि अंडमान सागर से सक्रिय यह तूफान 18 से 20 मई तक बहुत तीव्र होकर छत्तीसगढ़ के समानान्तर गुजरते हुए पश्चिम बंगाल और ओडिशा के बीच टकराएगा। इसका पहला असर दक्षिण छत्तीसगढ़ में होगा। 22 मई तक इसका प्रभाव पूरे छत्तीसगढ़ में होगा।
इस दौरान 40 से 50 किमी की रफ्तार से हवा चलेगी और अधिकांश जगहों पर बारिश होगी। हालांकि इसका सबसे खराब असर पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा राज्यों पर पड़ेगा। सैटेलाइट से प्राप्त अवदाब की तस्वीर में तूफान के प्रभाव को रेखांकित किया गया है।
कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने किसानों को सलाह दी है कि बारिश होने के बाद खेतों की जोताई कर खरपतवारों से निजात पाया जा सकता है। बारिश होने के बाद खेतों की अच्छी तरह से जोताई कर खरपतवारों को नष्ट होने के लिए छोड़ दें। तेज धूप की वजह से सूक्ष्म कीटाणु और खरपतवार समाप्त हो जाएंगे। इसके साथ ही खेत की उर्वरा शक्ति में वृद्धि होगी।