फौज की ट्रेनिंग कंप्लीट होने के बाद घर पहुंचे करन बंजारे परिवार जनों ने धूमधाम से किया स्वागत
जांजगीर-चांपा। फौज में जाने का सपना तो सभी लोग पलते हैं लेकिन कुछ चुनिंदा लोगों का ही सपना साकार हो पता है जी ऐसे कुछ कहानी बताने जा रहे हैं जांजगीर चांपा जिले के ग्राम पंचायत बनाहिल भाटापारा में बचपन से ही फौज में जाने की सपना सजोये करन बंजारे लगातार कई वर्षों तक मेहनत करने के बाद अग्नि वीर में उसका सलेक्शन हो गया फौज में सिलेक्शन होने के बाद वह ट्रेनिंग पर गए जहां तकरीबन 6 महीने तक ट्रेनिंग कंप्लीट करने के बाद जब उन्होंने अपने ग्रह ग्राम पहुंचा तब उनके परिवार जनों ने हर्ष उल्लास के साथ स्वागत किया इस दौरान करण बंजारे ने बताया कि मातृभूमि की सेवा करना और उनके लिए समर्पित रहना बड़े गर्व की बात है उन्होंने आगे कहां की मैं अपने मातृभूमि की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहूंगा चाहे इसके लिए मेरी जान की बाजी लगाना क्यों ना पड़ जाए मैं अपने आप को बहुत सौभाग्यशाली मानता हूं जो कि मुझे मातृभूमि की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ है उन्होंने इस दौरान परिवार जनों का भी आभार व्यक्त किया।
सतनामी समाज के पहले जवान है करन बंजारे
आपको बताते चले कि जांजगीर चांपा जिले के ग्राम पंचायत बनाहील में सतनामी समाज के वह ऐसे युवा है जिन्होंने पहली बार सतनामी समाज के इतिहास में भारतीय सेवा में शामिल हुए हैं यह भी बड़े ही सौभाग्य की बात है इस दौरान सतनामी समाज की युवकों ने भी गर्व की अनुभूति की क्योंकि मातृभूमि में समाज के व्यक्ति सेवा के लिए गए हैं इस दौरान भारतीय पत्रकार संघ प्रदेश अध्यक्ष जयकरण बंजारे भारतीय पत्रकार संघ प्रदेश उपाध्यक्ष शुभम दिनकर करन बंजारे के पिता श्री रमेश बंजारे करन बंजारे की माता श्री महेतरीन बाई अर्जुन बंजारे करीना बंजारे दयाराम बंजारे मनीराम बंजारे धनीराम बच्चन रामखेलावन भुवनेश्वर निराला सुग्रीव निराला रजनू निराला संजय यादव किशन केवट महेंद्र कुमार नरेश कुमार संतोष मानिकपुरी संतोष केवट पुकी एवं गांव के नागरिक भारी संख्या में उपस्थित।