Global36garh news : साफ-सफाई, समय पर सोना एवं उठना तथा भोजन के पहले हाथों को साबुन से धोना जैसी अच्छी आदतों को अपनी दिनचर्या में करें शामिल – कलेक्टर
राजनांदगांव 08 सितम्बर 2022 l कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर शासकीय पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी आदर्श विद्यालय में कृमि से सुरक्षा के लिए बच्चों को कृमि नाशक दवाई एल्बेंडाजोल खिलाकर जिला स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि बच्चे साफ-सफाई का ध्यान रखें और कृमि नाशक इस दवा के बारे में सबको बताएं। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि हर वर्ग के बच्चों को कृमि जैसी बीमारी से बचाने के लिए एल्बेंडाजोल की गोली खाने के लिए प्रोत्साहित करें। कलेक्टर ने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों को छोटी-छोटी बातों के बारे में सिखाते हैं। जिन्हें बच्चों को करना चाहिए। चंूकि माता-पिता हमेशा अपने बच्चों को सही बातों को लगातार कहते हैं, जिससे बच्चे लापरवाही बरत लेते हैं। कोशिश यही होना चाहिए कि बच्चे माता-पिता की आज्ञा का पालन करें। समय पर सोना एवं उठना तथा भोजन के पहले हाथों को साबुन से धोना जैसी अच्छी आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। कृमि नाशक यह दवाई खाकर बच्चे इस बीमारी से मुक्ति पाएं, स्वस्थ रहें और बहुत अच्छा पढ़ें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि बच्चे साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। नाखून कटे होना चाहिए। बाहर के खुले खाद्य पदार्थ नहीं खाना चाहिए। कृमि होने पर शरीर में खून नहीं बनेगा और कई तरह की बीमारियां होंगी। एल्बेंडाजोल की यह दवाई कृमि को नष्ट कर देती है। जिले में 6 लाख 21 हजार 860 बच्चों को कृमि नाशक दवाई खिलाई जाएगी, जिससे बच्चों में रक्त की कमी नहीं होगी और वे स्वस्थ रहेंगे। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तुलावी ने बच्चों को साफ-सफाई के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर स्कूली की प्राचार्य श्रीमती सुनीता खरे, महिला एवं बाल विकास विभाग की सीडीपीओ सुश्री रीना ठाकुर एवं अन्य शिक्षक उपस्थित थे।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर 1 से 19 साल के सभी बच्चों, किशोर, किशोरियों को आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं स्कूलों में कृमि नाशक दवाई नि:शुल्क खिलाई गई। छूटे हुए बच्चों को मॉप-अप दिवस 14 सितम्बर को यह दवाई खिलाई जाएगी। कृमि संक्रमण के कारण बच्चों एवं किशोर में कुपोषण और खून में कमी होती है जिसके कारण हमेशा थकावट बनी रहती है तथा संपूर्ण शारीरिक विकास नहीं हो पाता है। कृमि संक्रमण की रोकथाम के लिए बच्चों को भोजन करने से पहले हाथ धोना चाहिए। साफ पानी में फल एवं सब्जियों को धोएं, नाखून साफ एवं छोटे रखें। जूते पहने, शौच जाने के बाद हाथ धोएं, अपनी आस-पास सफाई रखें। हमेशा शौचालय का उपयोग करें जैसी जानकारी दी गई।