
सलौनीकला में हुई मारपीट के मामले में कुलदीप निराला के परिजनो ने उच्चस्तरीय जाँच कर एएसआई प्रभात साहू पर कार्यवाही करने बलौदाबाजार एस पी और डी जी पी रायपुर से की शिकायत।
रायपुर/बलौदाबाजार 31 अगस्त 2021 – बिलाईगढ़ ब्लॉक के ग्राम सलौनीकला में 8 अगस्त 21 को दो पक्षों के बीच मार पीट का मामला सामने आया था जिसमें दोनो पक्षों के एक-एक व्यक्ति घायल हुए थे जिसका नाम रवि कांत चंद्रा और कुलदीप निराला है। हालाँकि सबसे ज्यादा घायल कुलदीप निराला हुआ था जिसका मामला भटगांव थाना पहुँचा था और दोनों पक्षो का मामला पंजीबद्ध कर काउंटर केस दायर किया गया था।जिसके बाद भटगांव थाना द्वारा कार्यवाही करते हुए एक पक्ष के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया बांकी आरोपी घटना के बाद से अब तक फरार हैं वही कुलदीप निराला जो घटना में गंभीर रूप से घायल था जिनकी हालातों को देख बिलाईगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से प्राथमिक उपचार कर बिलासपुर रेफर किया गया था जहाँ कुलदीप निराला का ईलाज चल रहा था।उस दौरान भटगांव थाना के उपनिरीक्षक प्रभात साहू द्वारा बिलासपुर सिम्स हॉस्पिटल से गिरफ्तार कर थाना ले आया था । अब वह मामला तूल पकड़ता दिख रहा है।वहीं अब इस मामलें में कुलदीप निराला के परिजन अधिवक्ता टी आर निराला ने इस मामलें की शिकायत बलौदाबाजार एस पी और पुलिस महानिर्देशक(DGP) रायपुर छत्तीसगढ़ को की है और उच्चस्तरीय जाँच कर उक्त ASI प्रभात साहू पर भी कार्यवाही की माँग की है।
गौरतलब है कि टी आर निराला ने एस पी और पुलिस महानिर्देशक (DGP) रायपुर को पूरे घटनाक्रम बताते हुए शिकायत की है।उन्होंने अपने आरोप पत्र में लिखा है कि मारपीट के कारण कुलदीप निराला के दोनों आँख होठ, सिर, माथा, कंधा, जबड़ा , दोनों पैर, दाहिने हाँथ और पीठ पर गंम्भीर चोंटे हैं।आँख, कान, नॉक एवं गले के गंभीर चोंट को देखते हुए सिम्स के डॉक्टरो ने जाँच कर दिनाँक 12/8/21 को कुलदीप निराला का गहन उपचार कराने की सलाह दी।लेकिन कुलदीप निराला का सिम्स में और उपचार किए जाने के बजाय थाना भटगांव के ASI प्रभात साहू द्वारा जबरजस्ती दबाव डालकर डिस्चार्ज कराकर दिनाँक 12/8/21 को समय 20:15 बजे सिम्स बिलासपुर से गिरफ्तार कर लिया गया जो उनके द्वारा मानवाधिकार के हनन को दर्शाता है।कुलदीप निराला के परिजन और अधिवक्ता निराला ने एएसआई को अनुनय विनय किया कि आपके समक्ष सिटी स्कैन हुआ,एक्सरे हुआ है और भी जाँच बांकी है, जिसे डॉक्टरों को ओपीडी में परीक्षण करना है, डॉक्टरों के परीक्षण उपरांत आप गिरफ्तार कर लेना लेकिन ASI प्रभात साहू ने परिजनों की एक नहीं सुनी और हमसे दुर्व्यवहार करते रहें तांकि हम उनके साथ उलझ जाएँ।हमारे भाई कुलदीप निराला को भटगांव थाना में रखा गया , यहाँ मेरा भाई बिना ईलाज के तड़पते रहा, दूसरे दिन 13/8/21 को थाना भटगांव पुलिस द्वारा मुलाहिजा हेतु फिर शासकीय स्वास्थ्य केंद्र बिलाईगढ़ ले जाया गया। वहाँ के डॉक्टर द्वारा कुलदीप निराला के हालात को देखते हुए पूनः ईलाज की आवश्यकता बताया और पुलिस द्वारा रिमांड हेतु माननीय न्यायीक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी भटगांव के समक्ष प्रस्तुत किया गया जहां से माननीय न्यायालय द्वारा भी तुरंत चिकित्सालय की आवश्यकता बताते हुए निर्देशित किया गया। जेल अधीक्षक जिला जेल बलौदाबाजार जेल में नाटफिट होने के कारण जेल में लेने से इंकार कर दिया। अंत में पुनः जिला चिकित्सालय बलौदाबाजार में भर्ती किया गया।इस प्रकार 24 घँटा मरीज को इधर-उधर बिना ईलाज के भटकाते रहे जबकि उनके विरोधी आरोपीयों रविकांत चंद्रा,रवि दिनकर, महेतरीन दिनकर ,सुलोचना दिनकर को ASI प्रभात साहू द्वारा फरार होने का अवसर दिया गया। इन सारी परिस्थितियों को देखते हुए यह स्पष्ट होता है कि थाना भटगांव के पुलिस, ASI प्रभात साहू द्वारा जानबूझकर साजिश करके गंभीर आहत व्यक्ति कुलदीप निराला को बिना ईलाज के थाना भटगांव में तड़पते हुए छोड़ दिया गया।
वहीं शिकायत में श्री निराला ने आगे लिखा है की पूर्व में भी रविकांत चंद्रा ,रविलाल दिनकर द्वारा घर में घुसकर जान से मारने, माँ-बहन की गंदी गंदी गालियाँ देने व रविकांत चंद्रा द्वारा जाति सूचक गाली देकर अपमानित करने की शिकायत कुलदीप निराला द्वारा दिनाँक 28/11/20 को थाना प्रभारी को दिया था। जिसमें गवाही कथन भी दिया गया लेकिन उसमें भी विवेचना प्रभात साहू ने ही किया था और मोटी रकम लेकर कोई कार्यवाही नहीं की गई।अब श्री टी आर निराला ने इस पूरे मामले की शिकायत एस पी और DGP से कर उच्चस्तरीय जाँच करने की माँग करते हुए ASI प्रभात साहू के विरुद्ध कार्यवाही करने की माँग की है।ऐसे में अब देखने वाली बात होगी कि बलौदाबाजार एस पी सहित DGP रायपुर द्वारा इस मामले में क्या कुछ कार्यवाही करते है। या..यूँ ही खानापूर्ति कर कागजो पर ही सिमट कर रह जायेगा।।