रायपुर 14 मई 2021। छग क्रांतिकारी शिक्षक संघ छग के प्रदेश अध्यक्ष लैलून कुमार भारद्वाज ने प्रेस को बताया कि – वैश्विक महामारी में ऑन ड्यूटी कोरोना संक्रमित शिक्षकों की दुखद निधन हो चुका है ,बच्चे अनाथ हो चुके है । तत्काल में बस्तर के शिक्षक दंपति के निधन से दो मासूम बच्चो का अनाथ होना छग वासियों से छिपी नहीं है । कितना बेबस लाचार छग राज्य के शिक्षक अपने ही सरकार से छलावा महसूस कर रहे है ।
विदित हो कि – जब राजस्थान , उप्र में शिक्षकों को 50 लाख बीमा कवर दे सकती है तो छग में क्यों नहीं । यही नहीं पिछले 6-7 साल से शिक्षक पंचायत संवर्ग सेवा दौरान मृत्यु पश्चात छग सरकार उनके आश्रितों को अनुकंपा नहीं देना ,;बेहद शर्मनाक , पीड़ादायक है । वर्तमान में केवल अनुकम्पा में चतुर्थ वर्ग में अनुकम्पा देने का प्रावधान बहुत दुखद नियम है।इन्होंने कहा की शिक्षकों के आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति के लिए बी एड, डी एड , टेट पास की अनिवार्यता को शिथिल कर शिक्षक पद पर अनुकंपा नियुक्ति दी जाए जिसकी मांग भी छग क्रांतिकारी शिक्षक संघ पिछले दो साल से मुख्यमंत्री शिक्षा मंत्री, विभागीय सचिव से कर रहे है उसके बावजूद अभी तक मांगो की अनदेखी करना दुर्भाग्य जनक है।संघ के उपप्रांताध्यक्ष हेमंत साहु, अशोक कुमार साहू, प्रांतीय महामंत्री सुरेश कुमार टंडन, ब्लाक अध्यक्ष अभिनय कुमार नारंग, कार्यकारी ब्लाक अध्यक्ष डाबर सिंह साहू ,उपाध्यक्ष प्रमोद साहू, राजकुमार भास्कर, सुन्दर लाल जाटवर पदाधिकारियों ने कहा है कि इस महामारी में शिक्षकों के बलिदान को छग सरकार द्वारा अनदेखी करना बेहद शर्मनाक है। आक्रोशित छग क्रांतिकारी शिक्षक अपने घरों में 21 मई को सपरिवार उपवास कर प्रदर्शन एवम् सभी पदाधिकारी व सदस्य सोशल मीडिया, मेल कर मुख्यमंत्री राज्यपाल शिक्षा मंत्री पंचायत मंत्री मुख्य सचिव शिक्षा व पंचायत सचिव के नाम ज्ञापन भेजेंगे। जहां ज्ञापन में 50 लाख बीमा कवर देने ,शिक्षक पद पर सभी नियमों को शिथिल कर लिपिक पदो पर भी हो अनुकंपा देने एवम् वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने की आदेश को वापस लेने जैसी प्रमुख मांग शामिल रहेगी ।