बिलासपुर। लॉकडाउन में LIC कार्यालय को भी बिलासपुर कलेक्टर द्वारा माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी सेे परामर्श के बाद खुलने की अनुमति मिल गई है। लॉकडाउन का प्रथम चरण से ही संस्थान के शीर्ष अधिकारीगण इसके लिए मांग करते आ रहे थे।परन्तु बिलासपुर में कोरोना महामारी का कहर और बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बंद lic कार्यालय को खोलने की छूट नहीं मिली थी ।
एक लम्बी अवधि तक इस वित्तीय संस्थान के बंद होने से बीमाधारकों को दावा का भुगतान और संस्था के कार्यरत अधिकारी कर्मचारी को वेतन व एजेंटों को उनके कमीशन का भुगतान रूक हुआ था । लगातार lic के अधिकारी माननीय कलेक्टर बिलासपुर से इसके लिए संपर्क करना चाह रहे थे लेकिन संपर्क नहीं हो पा रहा था। इसी विषय को लेकर अधिकारियों ने प्रदेश कांग्रेस का सचिव और एलआईसी का एमडीआरटी सदस्य रवि श्रीवास के माध्यम से आदरणीय प्रदेश कांग्रेस कमिटी रायपुर का उपाध्यक्ष श्रीअटल श्रीवास्तव और प्रदेश कांग्रेस का प्रवक्ता आदरणीय श्री अभय नारायण राय जी से इसकी चर्चा की । श्री अटल श्रीवास्तव और अभय नारायण राय के प्रयास से माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ से बातचीत हुई । और इसके बाद कलेक्टर बिलासपुर डॉ सारांश मित्तर साहब व अनुविभागीय अधिकारी श्री देवेन्द्र पटेल जी के द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से परामर्श के बाद lic को केवल दावा व वेतन भुगतान के लिए सिर्फ चार घंटे तक सीमित संख्या में कार्यालय खोलने की अनुमति कोविड प्रोटोकॉल के नियमों का पालन करते हुए मिल गया है । जिसमें अभिकर्ता और आम लोगों को कार्यालय में प्रवेश प्रतिबंधित है। यह अनुमति बिलासपुर स्थित डिविज़न ऑफिस मगरपारा व उसके तीनों शाखा कार्यालय क्रमशः मगरपारा और व्यापार विहार को शर्तो पर खोले जाएंगे ।
उधर इस अनुमति के बाद एल आई सी द्वारा जो गाईड लाइन जारी की गई है वह यह है कि lockdown के नए संशोधित आदेश के अनुसार LIC कार्यालय दिनांक 10 मई से 14 मई तक सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक खुलेगा और इस अवधि में केवल 30% कर्मचारी ही कार्य पर रहेंगे।इस अवधि में कैश काउंटर पूरी तरह से बंद रहेंगे। अतः बीमाधारकों के प्रीमियम ऑनलाइन जमा करवाने का प्रयास करें ।इस अवधि में कार्यलय में आमजनों का और अभिकर्ताओं का प्रवेश पुर्णतः प्रतिबन्धित रहेगा। पालिसी धारकों के SB और Maturity क्लेम के पेपर लॉकडाउन नियमों का पालन करते हुए कलेक्ट करके कार्यालय में जमा करें जिससे उनके भुगतान की प्रक्रिया की जा सके। Main Gate पर एक बॉक्स रखा जाएगा जिसमें सभी पेपर जमा करंगे और इस पेपर में आप पालिसी धारक का नाम मोबाईल नम्बर और अभिकर्ता का स्वयं का मोबाइल नम्बर ऊपर एक सादे पेपर में अवश्य लिखें जिससे कोई कमी रहने पर आपको सूचित किया जा सकेगा। आपके द्वारा जमा किये गए पेपर को 24 घण्टे के बाद ही बॉक्स से निकाला जाएगा एवं उस पर कार्यवाही की जावेगी।
बताते चलें तो अभी तक लॉकडाउन के पहले 11अप्रैल तक एलआईसी को प्राप्त ऑकड़ों में लगभग 45 करोड़ रूपये की राशि का भुगतान बीमाधारकों को करना शेष रह गया था ।जिसमें करीब नौ हज़ार पालिसी धारक थे। लॉकडाउन समय में अप्रैल और अब तक के ऑकड़े इसमें शामिल नहीं है । कार्यालय बंद होने से बीमा का सर्वाइवल बैनिफिट्स, मैच्योरिटी बैनिफिट्स, मृत्यु दावा और पॉलिसी पर लोन जैसे भुगतान प्रभावित हो रहे थे। देश की सबसे बड़ी वित्तीय संस्थान में भारतीय जीवन बीमा निगम का नाम है। जनहित में इस कार्यालय को खोलना जरूरी था।