बिलासपुर 08 जनवरी 2021 संभाग की सबसे बड़ी कोविड 19 हॉस्पिटल के जीएनएम होस्टल में रहने वाली स्टूडेंट हॉस्टल की अव्यवस्थाओं से तंग आ कर होस्टल छोड़ने को मजबूर हो गई है।
संभागीय कोविड 19 हॉस्पिटल के तीसरे फ्लोर में जीएनएम की छात्राओं का होस्टल बनाकर रखा गया है। चुकी कोविड मरीजो का आना जाना व जीएनएम छात्रों का आना जाना एक ही रास्ते से हो रहा है। जिसकी वजह से इनमें कोविड संक्रमण का खतरा बना हुआ है ,साथ ही जिला चिकित्सालय में ड्यूटी में जाने पर अन्य मेडिकल स्टाफ इनसे दूरी बनाए हुए है तथा होस्टल में साफ सफाई की कोई व्यवस्था नही है न इन्हें बाहर कंही निकलने की अनुमति है। मेस में सिर्फ एक स्टॉफ होता है जिससे इन्हे उनके साथ खाना बनाने से लेकर अन्य सारे काम करने पड रहे है। रसोईये के नही आने से इन्हें बाहर से खाना मंगवाकर खाना पड़ रहा है। चुकी कोविड हॉस्पिटल होने की वजह से बाहर से भी कोई यँहा आना नही चाहता है। इसलिए यँहा रह रही छात्रों को बड़ी तकलीफ उठानी पढ़ रही है। छात्राओं ने अपनी इन सारी परेशानियों को अपने प्रिंसिपल मेडम के सामने रखा था लेकिन कोई हल न निकल पाने की वजह से आखिरकार इन छात्राओ को थकहार कर होस्टल छोड़ कर बाहर रहने को मजबूर होना पढ़ रहा है। जिसके लिए आज होस्टल की 15 छात्राओं ने सिविल सर्जन को आवेदन दे कर बाहर अपने खर्चे पर रहने की अनुमति मांगी है।
“छात्राये कोविड संक्रमण से अपने आप की सुरक्षा हेतु अपने खर्चे पर अपनी स्वेक्छा से होस्टल से बाहर रहने की अनुमति मांगी है तथा आवेदन में होस्टल में हो रही किसी भी परेशानीयो का जिक्र नही किया है।”