बलौदा बाजार 27 नवम्बर 2020। 26 नवम्बर को 71 वें संविधान दिवस के सुअवसर पर उपतहसील भटगांव परिसर में भारतीय संविधान की उद्देशिका का सामुहिक वाचन किया गया। जिसमें पीठासीन अधिकारी श्री अश्विनी कुमार चन्द्रा नायब तहसीलदार ने विचार व्यक्त किया कि 200 साल की गुलामी के बाद हमें आजादी मिली जिसके परिणामस्वरूप डॉ बी आर अम्बेडकर को संविधान निर्माण करने का अवसर प्राप्त हुआ।
संविधान के प्रस्तावना ही उसका मूल भावना है जिसमें हम भारत के लोगों को समता,स्वतंत्रता,बंधुत्व व न्याय एवं धर्मनिरपेक्ष राज्य में सौहाद्रपूर्ण बंधुता स्थापित हो। अभिभाषक संघ भटगांव के अध्यक्ष गेंदराम निराला ने कहा कि भारतीय संविधान दुनिया के सर्योच्च लिखित संविधान है । जिसमें महिलाओं के लिए हिन्दू कोड बिल में विशेष प्रावधान है । समस्त देशवासियों को समान अवसर प्रदान किया गया है। अधिवक्ता कानून का जानकार होने की वजह से संविधान को अक्षुण व अमर बनाए रखना नैतिक जिम्मेदारी है।
अधिवक्ता डगेश्वर खटकर ने भारतीय संविधान की उद्देशिका का सामुहिक वाचन अभिभाषक संघ भटगांव के समस्त अधिवक्ताओं,कर्मचारियों एवं पक्षकारों को कराया। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता रामसायस सिंह बघेल ने किया।अधिवक्तागण में प्रमुख रूप से परस कौशिक,डी. पी. कुर्रे, जे.बंजारे,कन्हैया जांगड़े,डी.एन लहरे,विजय शंकर साहू, साहेबलाल चौहान, जीवन लाल कुर्रे,सुनील देवांगन,विक्रम आदित्य,जय टण्डन, जितेंद्र निराला, रूपेन्द्र केशरवानी,श्रीमती पुष्पा गुप्ता, कु.अरुणा यादव, श्रीमती सुनीता प्रधान, फिरितलाल खटकर,सम्मेलाल रत्नाकर,दिनेश बघेल,कृष्णकुमार नामदेव अधिवक्तागण और न्यायालीन कार्य से आए लोग भारी संख्या में उपस्थित हुए। वंही व्यवहार न्यायालय में भी पीठासीन अधिकारी पल्लव रघुवंशी न्यायाधीश व कर्मचारियों ने संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया। वहीं अनुविभागीय अधिकारी बिलाईगढ़ मुख्यालय के सामने डॉ भीमराव अंबेडकर कि प्रतिमा पर क्षेत्र के अम्बेडकर अनुयायियों द्वारा संविधान दिवस मनाया एवं ग्राम पंचायत भिनोदा के समस्त ग्रामवासियों द्वारा मुख्य चौराहे पर स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर के आदम्य प्रतिमा पर मोमबत्ती जलाकर संविधान दिवस मनाया गया ।इसी तरह बिलाईगढ़ ब्लॉक के दुमहानी,अमलड़िहा,सरसींवा,पिपरडुला,झुमका,इत्यादि विभिन्न गांवों में 71 वें संविधान दिवस हर्सोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ ।