बीट गार्ड शेखर रात्रे को झूठे केश में फंसाए जाने पर प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज ने किया विरोध।।
कोरबा – जिला कोरबा बाकी मोंगरा वन परिक्षेत्र के बांस बाड़ी में वर्षा काल में अवैध रूप से बांस कटाई किए जाने पर बीट गार्ड शेखर रात्रे द्वारा आपत्ति जताई गई व विधिवत कानूनी कार्यवाही हेतु रेंजर मृत्युंजय शर्मा , डिप्टी रेंजर अजय तिर्की,वन रक्षक रामकुमार यादव से आदेश की कापी मांगी गई । बिना आदेश के जंगल में बाँस की कटाई हो रही थी जिससे कर्तव्य निष्ठ बीट गार्ड कार्यवाही करने लगे।
ज्ञात हो कि इसके पहले दिन बीट गार्ड को विभागीय कार्य से बाहर भेजा गया था जो शंका पैदा करती है।जबकि वर्तमान में मोबाईल और स्मार्टफोन में आदेश स्वीकार्य है। उक्त अधिकारी मृत्युंजय शर्मा जी व अन्य के पास उस समय कटाई हेतु हार्ड या सॉफ्ट कॉपी के रुप में आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध नहीं था ।
ध्यानाकर्षण हो कि अगर आसपास के वन डीपो आदि जगहों में आवश्यकतानुसार सूखी बाँस उपलब्ध रही होगी तो बेमौसम कच्चे बाँस की कटाई क्यों की गई यह भी जांच का विषय है। अगर छोटे कर्मचारी अपने से बड़े अधिकारी या संगठन आदि से कानूनी रुप से आवश्यक दस्तावेज मांग करता है तो यह तो खुशी की बात है इससे उस बीट गार्ड को शाबासी और प्रमोशन मिलना चाहिए न कि उस पर दंडात्मक कार्यवाही। वनों की रक्षा वन रक्षक ही करते हैं क्योंकि दिन रात वही ड्यूटी करते हैं ।अगर सही काम करने वाले कर्मचारियों पर जंगल राज लागू किया गया तो सतनामी समाज का आक्रोश झेलना पड़ेगा। सज्ञान हो कि बीट गार्ड की कार्यवाही जो शोशल मीडिया के माध्यम से किसी तीसरे व्यक्ति द्वारा शूट किया जा रहा था उससे स्पष्ट प्रतीत होता है कि श्री मृत्युजय शर्मा व अन्य लोग बांस की अवैध कटाई में लिप्त हैं।
अतः बीट गार्ड को सजा नहीं इनाम मिलना चाहिए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग करते हैं।
अगर श्रीशेखर रात्रे के साथ अन्याय हुआ तो प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज सड़क से संसद तक न्याय की मांग करेगा। उक्त आशय की जानकारी विजय कुर्रे महासचिव (युवा प्रकोष्ठ) प्रगतिशील छत्तीसगढ सतनामी समाज ने दी।