बिलासपुर 02 दिसंबर 2020। बिलासपुर पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के फिश निर्देशो पर बिलासपुर पुलिस ने “ऑपरेशन साइबर 2020 अभियान” के तहत अब ऑनलाइन फ्रॉड करने वालो के विरुद्ध महा अभियान छेड़ दिया है । जिसके तहत अब पुलिस द्वारा रोज नए नए खुलासे किए जा रहे है और अपराधियों की देश के अलग अलग राज्यो में जा कर धर पकड़ की जा रही है। बिलासपुर पुलिस की इस अभियान का सभी तरफ प्रशंसा की जा रही है हाल ही में जंहा 3 ऑनलाइन फ्रॉड करने वालो को झारखंड के जामताड़ा से गिरफ्तार किया था वंही आज राजस्थान से एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले अपराधों का खुलासा करते हुए बताया कि थाना सिटी कोतवाली में प्रार्थिया के द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि उसने OLX में बिक्री हेतु अपने पलंग बिक्री हेतु डिटेल पोस्ट की थी कि अज्ञात मोबाइल नंबर 6259015453 व मोबाइल नंबर 95428 76661 पर कॉल कर अज्ञात आरोपी ने प्रार्थिया से भुगतान के संबंध में गूगल पे नंबर का मांग किया । प्रार्थिया के पास गूगल पे नंबर नहीं होने पर उसने अपने रिश्तेदार का गूगल पे नंबर दिया ।आरोपी द्वारा भुगतान करने का झांसा देकर प्रार्थिया एवम उसके रिश्तेदार से गूगल पे नंबर पर सारी डिटेल आहरण संबंधी डलवा कर उसे झांसे में लेकर तकरीबन 55 हजार की राशि निकाल ली थी। जिसका अपराध पंजीबद्ध किया गया था।
दूसरा थाना सरकंडा में वरिष्ठ नागरिक के द्वारा OLX पर एक एक्टिवा गाड़ी का विज्ञापन देखकर गाड़ी बेचने वाले के मोबाइल नंबर 82090 38681 में संपर्क किए ,वाहन बेचने वाले ने अपने आप को माना कैंप में फौज में होना बताया एवं माना में ही पदस्थापना बताकर प्रार्थी से लेन देन का मैसेज आदान प्रदान किया। इसी दौरान सौदा तय होने पर प्रार्थी ने आरोपी की बताएं मोबाइल नंबर पर ₹25000 की राशि प्रथम बार व ट्रांसपोर्ट एवं अन्य एलाउंसेस के नाम पर कुल 45990/रुपए पेटीएम से नंबर 6393480452 जो कि सुधीर बेरिया के नाम पर था पर ट्रांसफर किया । इस तरीके से OLX में विज्ञापन देने वाले अज्ञात आरोपी द्वारा अलग-अलग समय पर प्रार्थी को झांसा देकर 45950 / रुपए की राशि निकाल ली। जिस पर थाना सरकंडा में 420 आईपीसी के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया था।
इस तरह बढ़ते साइबर अपराधों के संबंध में पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के द्वारा बिलासपुर जिला में पूर्व में घटित अपराध में आरोपियो की गिरफ्तारी शत प्रतिशत सुनिश्चित करने हेतु सभी राजपत्रित अधिकारियों एवं थाना प्रभारियो की बैठक आयोजित तक निर्देशित किया गया था। इसी तारतम्य में अति. पुलिस अधीक्षक शहर उमेंश कश्यप एवं अति. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण संजय ध्रुव के द्वारा पुलिस कप्तान के निर्देश पर नोडल अधिकारी साईबर सेल निमेश बरैया एवं नगर पुलिस अधीक्षक सरकण्डा निमिषा पाण्डेय को तत्काल आरोपियों के गिरफ्तारी के संदर्भ में संयुक्त कार्यवाही हेतु निदेर्शित किया गया। वरिष्ठ अधिकारियो से प्राप्त दिशा निर्देश पर विभिन्न अपराधो के संदर्भ में एक विशेष संयुक्त टीम का गठन साईबर सेल प्रभारी निरीक्षक कलीम खान एवं थाना प्रभारी सरकण्डा निरीक्षक जयप्रकाश गुप्ता के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। संयुक्त टीम जो कि साईबर सेल के उप निरीक्षक अजय वारे के नेतृत्व में उप निरीक्षक जागेश्वर राठिया एवम अन्य संयुक्त थाना स्टाफ के साथ राजस्थान रवाना किया।
राजस्थान में 11 घंटों की रेकी-
संयुक्त टीम के द्वारा राजस्थान पहुंचकर लगातार 11 दिनों तक कैम्प कर वहां की भौगोलिक परिस्थितियों एवं परिधानो से अपने आप को ढाल कर एवं राजस्थान के भरतपुर पुलिस के साथ संयुक्त रूप से समय-समय पर वेशभूषा बदलकर दिन और रात अलग अलग समय मे रेकी कर अंततःआरोपी की पहचान सुनिश्चित करने में सफल हुई एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर भरतपुर राजस्थान पुलिस की टीम के साथ संयुक्त रूप से रेड कार्रवाई कर दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की एवं आरोपी: रुख्मीन पिता- रहमान उम्र 28 वर्ष निवासी -रेल्वे कॉलोनी,कसबा नगर जिला- भरतपुर, राजस्थान को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश कर राजस्थान से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर आज बिलासपुर ला कर संबंधित न्यायालय में पेश किया जा रहा है। तथा सह आरोपी मोहम्मद जाबिर पिता अब्दुल राशिद उम्र 30 वर्ष निवासी- लोहेसर, थाना कामा, जिला- भरतपुर (राजस्थान)मौके से फरार हो गया जिसकी तलाश अभी जारी है।
उक्त कार्यवाही में उप निरीक्षक प्रभाकर तिवारी, उप निरीक्षक अजय वारे उपनिरीक्षक जागेश्वर राठिया,प्रधान आरक्षक संतोष लोधी, प्रधान आरक्षक विकास सेंगर प्रधान आरक्षक धनेश साहू प्रधान आरक्षक निर्मल ठाकुर आर. राकेश बंजारे ,सोनू पाल,गोवर्धन शर्मा ,अविनाश पांडेय आदि पुलिसकर्मियों का योगदान सराहनीय रहा।
बिलासपुर पुलिस की अपील –
ओ.एल.एक्स/ क्वीकर में सामान खरीदते समय ध्यान रखने वाली आवश्यक बातें
अपराधी फर्जी आर्मी जवान/अर्धसैनिक बल/पुलिस के जवान बनकर सस्ते में कार मोटरसायकल/कार/मोबाईल/ अन्य सामान बेचने का लालच देता है और आर्मी जवान की फोटो तथा सस्ता बिकता सामान देख लालच में आकर लोग ठगी का शिकार हो जाते है।
बचने के उपाय –
• कोई भी वाहन/मोबाईल/अन्य सामान को खरीदते एवं बेचते समय सावधानी बरते।
• वाहन/मोबाईल/अन्य सामान पसंद आने पर तत्काल भूगतान न करें। एडवांस रकम के नाम पर आपसे धोखाधडी हो सकती है।
• ओएलएक्स/क्वीकर आदि पर पुलिस/आर्मी/अर्धसैनिक बल के सुरक्षाकर्मी के पहचान पत्र के नाम पर ठगी की जा रही है तत्काल विश्वास न करें।
• पुलिस/आर्मी/अर्धसैनिक बल के सुरक्षाकर्मी के फोटो का भी उपयोग वाटसअप नंबर में ठग के द्वारा किया जाता है। अतएव उनके नंबर का भी जांच पडताल करने के उपरांत ही खरीदी/बिक्री करें। विडियोकाल/प्रत्यक्ष रूप से देखकर सामान खरीदी करे।
• ओएलएक्स/क्वीकर आदि पर खरीदी/बिक्री हेतु पोस्ट की गयी वाहन/मोबाईल/अन्य सामान की केवल फोटो को देखकर सौदा न करें, सामान को जांच परख कर ही लेनदेन करें।
• ओएलएक्स/क्वीकर पर वाहन बेचते/खरीदते समय किसी रकम का, भुगतान हेतु किसी लिंक पर क्लिक, आनलाईन पेमंट न करे। ( 01 रू, 10 रू के भूगतान के नाम पर लिंक/क्यू.आर कोड भेजकर आप के साथ ठगी हो सकती है)
• ऑनलाइन सामान खरीदते समय कैश आन डिलीवरी विकल्प का ही उपयोग करें।
• कम कीमत, आकर्षक मूल्य के झांसे में ना आये।
• ओएलएक्स का वास्तविक कस्टमर केयर नम्बर 9999020545 तथा ई मेल आईडी support@olx.com है।