बिलासपुर- आज पूरा देश कॅरोना महामारी से जूझ रहा है। मजदूर वर्ग परेशान है । मजदूर आज हजारों किलोमीटर पैदल चल कर अपने घर वापस जाने को मजबूर है।24 मार्च से आपने सारे देश मे लॉक डाउन घोषित कर दिया है।मजदूर सड़को पर भूख से मारने को मजबूर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से गुजारिश है कि अगर उनके पास अमीरों के कर्ज माफी के लिए पैसे है तो इन मजदूरों के लिए क्यों नही। आपका 20 लाख करोड का पैकेज कोई राहत पैकेज नही, कर्ज है । आज मजदूरों को कर्ज नही, खाते में पैसा चाहिए । तब वह अपने आप को खड़ा कर पाएंगा। आज देश की आर्थिक व्यवस्था शून्य हो चुकी है। हर व्यक्ति टूट चुका है। ऐसे वक्त में आपकी एक बड़ी जवाबदारी बनती है कि आप इनकी मद्दत करे।
मीडिया में रोज मजदूरों, किसानों की तकलीफ भरी फोटी, वीडियो आ रहे हैं लेकिन आपकी सरकार निरंकुश हो गई है उनके पास इन गरीबो की परेशानियों का सुध लेने का समय नही है। और आप आत्मनिर्भरता की बाते करते है । 2 लाख पीपीटी किट की निर्माण की बाते करते है। मगर आज हम किसानों के साथ खड़े नही होंगे तो किसान हॉस्पिटल बाद में जायेगा पहले भुखमरी से मर जायेगा। आप मनरेगा की आलोचना करते थे आज वही मनरेगा किसानों का सहारा बना है। आप मजदूरों को मनरेगा से 200 दिनो का रोजगार सुनिश्चित कराइये और हर मजदूर व किसानों के खाते में 10,000 की नकद राशि डाले । मजदूरों को आज कर्ज नही नकद की आवश्यकता है। तब मजदूर खड़ा हो पायेगा। आपने जो राहत पैकेज की घोषणा की है वो मद्दत नही कर्ज है। उक्त बातें कल अपने फेसबुक लाइव में युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष आशीष (मोनू) अवस्थी ने कही।