
धूमधाम से मनाया गया अंबेडकर जयंती
जांजगीर-चांपा शासकीय ठाकुर छेदी लाल स्नातकोत्तर महाविद्यालय जांजगीर में विधि के छात्र छात्राओं द्वारा शनिवार को डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती मनाया गया। जिसमें विधि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ आभा सिन्हा ,और विधि विभाग के प्राध्यापकगण डॉ जी. एन. सिंह, डॉ अभय सिन्हा , नरेश आजाद, बृजेशकांत बर्मन, योगेश पैकरा, प्रियंका मेंडा तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रभारी आर. के. चंद्रा , डॉ पुष्पा सिंह , ओ.पी. सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम कि शुरुआत सरस्वती माता और डॉ भीमराव अंबेडकर पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया । तत्पश्चात छात्र रमेश कुमार भट्ट , पन्कज कुमार वारे ,मेष कुमार देवांगन , लकी फरिस्ता, भावना राठौर, मेघा जलतारे, गार्गी कहरा, द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्राध्यापकों को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया । विधि विभाग कि विभागाध्यक्ष डॉ आभा सिन्हा अपने उद्बोधन में डॉ भीमराव अंबेडकर के जीवन परिचय देते हुये बताया कि कैसे वे अपने संघर्ष भरे जीवन के रहते हुये अपने लक्ष्य को प्राप्त किये। आगे बताया कि बाबा साहब ने अपने ज्ञान से अनेक अधिकार संविधान के माध्यम से भारत के नागरिकों को दिये है व अनेक अधिकार महिलाओं को दिये है। प्राध्यापक ओ. पी.सिंह ने बताया कि डॉक्टर बाबासाहब आंबेडकर के सम्मान में कोलंबिया यूनिवर्सिटी के मुख्य दरवाजे पर उनकी कांस्य प्रतिमा लगायी गयी , उस मूर्ती का अनावरण अमेरिकन राष्ट्रपति बराक ओबामा के करकमलोँ से किया गया ! उस मूर्ति के नीचे लिखा गया है ,” सिम्बॉल ऑफ नॉलेज” यानि ज्ञान का प्रतीक” । प्राध्यापक डॉ अभय सिन्हा ने बताया कि डॉ भीमराव अंबेडकर किसी विशेष धर्म य किसी विशेष समुदाय के नही है अपितु वे सभी धर्म और सभी समुदाय के है ।चुंकि उनका कार्य समाज के उत्थान और समाज की प्रगति और विकास के लिए था । आगे उन्होने बताया कि संत गुरु घासीदास जी का संदेश “मनखे मनखे एक समान” के भांति डॉ बाबा साहब ने भी सभी को एक ही माना है। विधि के छात्र छात्राओं द्वारा डॉ भीमराव अंबेडकर पर कविता, भाषण के माध्यम से प्रतुति कि गयी। इस प्रकार सभी प्राध्यापको और विधि के छात्र छात्रों द्वारा डॉ भीमराव अंबेडकर के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त किया।