रायपुर/बलौदाबाजार 03 जुलाई 2022। नए वर्ष 2021 में स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पतालों में नियुक्त चिकित्सकों ने वर्तमान देय वेतनमान का विरोध करते हुए पूरी राशि भुगतान करने की मांग कि है। स्वास्थ्य विभाग ने नए साल में अस्पतालों में चिकित्सक भर्ती तो कर दिया है लेकिन सीधी भर्ती नियम अनुसार वेतन न देकर हर माह के वेतन में कटौती करते कर क्रमशः तीन साल तक 30,20,10 फीसदी राशि काटकर वेतन दिया जा रहा है जिसका सभी नियुक्त डॉक्टरों ने विरोध किया है।चिकित्सकों का कहना है कि हमारी नियुक्ति सीधी भर्ती प्रक्रिया के तहत हुई है तो उसी के अनुरूप वेतनमान देना चाहिए।विभाग हमारे वेतन में से हर माह 30 फीसदी वेतन कटौती कर रहा है जिससे हमें इस महंगाई के दौर में आर्थिक रूप से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।इस कटौती से हमें हर माह 15 हजार रू का नुकसान हो रहा है।वहीं विभाग परेशान करने की नियत से हमें 3 साल की परिवीक्षा अवधि में रख कर हमारे हक अधिकार पर डाका डाल रहा है।चिकित्सक अपने साथ हो रहे इस अन्याय को लेकर कोर्ट में याचिका भी लगाई है जिसकी सुनवाई नहीं हुई है चिकित्सकों को उम्मीद है कि उन्हें माननीय न्यायालय से जल्द ही न्याय मिलेगा।विभाग के इस वेतन कटौती व परिवीक्षा अवधि नीति का विरोध करते हुए चिकित्सकों ने पूरी राशि भुगतान करने की मांग की है मांग करने वालों में मुख्यताः डॉ प्रीति घृतलहरे, डॉ पूजा गायकवाड, डॉ मंजूषा आर्मो, डॉ आकाश घृतलहरे, डॉ खेमचंद साहू, डॉ पीताम्बर पटेल, डॉ निलेश नाग, डॉ दीप्ती सोरी प्रमुख हैं।