बलौदाबाजार – विगत 2 अक्टूबर को एससी, एसटी, ओबीसी महासंघ बिलाईगढ़ ने मनीषा बाल्मिकि हाथरस कांड को लेकर यूपी के चारों अपराधियों संदीप ठाकुर, लवकुश ठाकुर, राजकुमार उर्फ़ रामू ठाकुर, रवि ठाकुर, चारों अपराधियों को मौत की सजा देने कि मांग करते हुए राष्ट्रपति के नाम पर एसडीएम बिलाईगढ़ को ज्ञापन सौंपा।अपने ज्ञापन में संघ के सदस्यों ने कहा कि यूपी की दिल दहला देने वाली घटना निर्भया कांड से कम नहीं है दो हफ्ते तक अकेले जीवन से जंग लड़ती हुई आखिर वह बेटी हार गयी ! इन दो हफ्तों में यूपी की योगी सरकार ने अपने डीएम, एसपी को आदेश दे दिया था कि जल्द से जल्द मृतक के परिवार और मीडिया के बिना ही दाह संस्कार कर दिया जाय और यूपी पुलिस ने रात्रि ढाई बजे ही परिवार और मीडिया की अनुपस्थिति में शव को जला दिया गया।यहां तक मृतक की लाश को परिवार को अंतिम दर्शन भी नहीं कराया गया।
इस घटना के लिए योगी सरकार और पुलिस की जातिवादी और वर्णवादी मानसिकता को दर्शाती है। सोचिए एक बेटी के साथ गैंगरेप होता हैं उसके बाद उसके जीभ काट दी जाती है , गर्दन तोड़ दी जाती है, मतलब ऐसी भयानक और विभत्स घटना के बाद भी उस बेटी के परिवार को अंतिम दर्शन भी नहीं हो पाए जो बेहद ही निंदनीय है।सदस्यों ने आगे कहा कि इस घटना में शामिल सभी आरोपियों को फांसी दी जाए और संबंधित जिले के डीएम, एसपी और पुलिस के जवाबदेह सभी अधिकारियों कर्मचारियों को निलंबन नहीं बर्खास्त किया जाना चाहिए।ज्ञापन सौपते समय मुख्य रूप से चंद्र भूषण कुर्रे, सालिक राम घृतलहरे,सहदेव सिंह सीदार,विश्राम टंडन, टेकराम सोनवानी, टूकेश्वर बंजारे,सुशील भास्कर,उत्तम कुर्रे,रुपनाथ ध्रुव,नरेश मार्कण्डेय,रोहित सोनवानी,देवा नंद मार्कण्डेय,हुसैन भास्कर वीरेंद्र कुमार,ओमप्रकाश,शिव,सुखदेव कुर्रे अखिल मानिकपुरी इत्यादि उपस्थित थे।