शासकीय हाई स्कूल मुलमुला में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया:-नवाचारी व्याख्याता ज्योति सक्सेना के मार्गदर्शन पर
राष्ट्रीय बालिका दिवस शासकीय हाई स्कूल मुलमुला में बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मनाया गया ।नवाचारी व्याख्याता श्रीमती ज्योति सक्सेना के कुशल मार्गदर्शन पर आयोजित किया गया बहुत ही कम समय मे इसकी तैयारी की गयी विद्यार्थियों के द्वारा क्योंकि विद्यालय में प्रैक्टिकल, प्रायोजना परीक्षा के साथ ही व्याख्याता का उपचारात्मक प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चल रहा है अभी विद्यालय के प्राचार्य एवं समस्त स्टाफ का पूरा ध्यान रीविजन वर्क पर है ।आज के कार्यक्रम में ज्योति सक्सेना मैडम ने बालिका दिवस की बधाई देते हुए बालिका शिक्षा क्यों जरूरी है ,शिक्षा का जीवन मे क्या महत्व है, केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं का विस्तार से वर्णन, बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ योजना कब शरू हुई,किसने शुरूआत की,किस उद्देश्य को लेकर लाभान्वित वर्ग देश की समस्त बालिकाए, बेटी पढ़ेगी,तब ही आगे बढ़ेगी,सारगर्भित स्पीच से बालिका शिक्षा के महत्व को एवं बेटी की महत्ता को बताया कि बेटी टेंसन नही बल्कि दस लड़को के बराबर है ,बेटी है तो कल है अपनी मोटिवेशनल स्पीच से आगे अच्छे से पढ़ाई करने के साथ ही बच्चियों शिक्षित,संस्कारी,प्रतिभाशाली चरित्रवान बनने के लिए प्रेरित किया क्योंकि दो कुल की लाज होती है बेटियां एक बेटी के शिक्षित होने से दो कुल शिक्षित होते हैं ।साथ जी नीरजा सिंह व्याख्याता एवं दिनेश कुमार बंजारे सर ने भी राष्ट्रीय बालिका दिवस पर सारगर्भित व्याख्यान देकर मोटिवेट किया इस अवसर पर वर्षा भैना, रानी मनहर,दीप्ति कश्यप, माही ,गीता यादव,सीता यादव,स्नेहा खूंटे,दुर्गा साहू,काजोल ने भी राष्ट्रीय बालिका दिवस पर अपने विचार प्रस्तुत किए बालिका शिक्षा, एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर भी स्लोगन,बेटी दिवस से संबंधित नारे सुनाए, नवाचारी व्याख्याता ज्योति सक्सेना बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान से जुड़ी हुई हैं गाँव में एवं बिलासपुर की स्लम एरिया की बच्चियों की पढ़ाई,फीस,स्टेशनरी सुविधा,बुक,कॉपी,सैनेटरी पेड इत्यादि देती आ रही है। हर साल 5बच्चियों की सालभर की फीस भी देती है उनकी पढ़ाई का पूरा खर्च स्वयं से देती है आज के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर विद्यालय के सभी विद्यार्थियों को स्नेक्स पार्टी भी ज्योति सक्सेना मैडम की और से दी गयी साथ ही मुलमुला संकुल के प्राथमिक शाला की बच्चियों को आल इन वन पहाड़ा किताब इस उद्देश्य से दी गयी कि सभी बच्चे याद करे क्लास मॉनिटर को ये दायित्व दिया गया है रोज एक बार सभी को मिलकर सीखना है बोल बोल कर साथ ही चुनौती दी गयी है कि 27 जनवरी तक कौन पहले याद कर सकता है जो 27 के पहले याद करके सुनाएगा उसके साथ एक सेल्फी रहेगी मैडम या सर की मीडिल स्कूल के भी सभी बच्चों ने नारे लिखकर एवं कहानी सुनाकर चित्र बनाकर राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया। कार्यक्रम को सफल बनाने में समस्त विद्यालय परिवार का सहयोग रहा ।