
Global36garh news:ब्रेकिंग न्यूज़: पामगढ़ के बारगांव में नहर के फूटने से सैकड़ों एकड़ खेत की फसल बर्बाद,साथ ही कई घरों में भरा पानी, किसानों ने नहर में हो रहे रिवास की शिकायत जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से की थी अधिकारियों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया आखिरकार देर रात तक नहर फूट गई
Global36garh news@ अमेश जांगड़े//जांजगीर जिले के पामगढ़ क्षेत्र के ग्राम बारगांव में नहर के फूटने से पानी किसानों के सैकड़ों एकड़ खेत में भर गया, जिससे धान की फसल डूब गई वहीं नहर का पानी गांव के साथ साथ कई ग्रामीणों के घरों में भी पानी घुस गया हैं जिनको काफी ज्यादा नुकसान हुआ. इस पूरे मामले में नहर विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आया है. फिरहाल नहर फूटने की सूचना नहर विभाग के अधिकारियों को दी गई।
बता दे कि पामगढ़ क्षेत्र के बारगांव में देर रात नहर के फूटने से सैकड़ों एकड़ खेत में कई फीट तक पानी भर गया और फसल डूब गई है वहीं कई घरों में नहर का पानी घुस गया है किसानों ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है।
बता दे कि पामगढ़ क्षेत्र के बारगांव में देर रात नहर के फूटने से सैकड़ों एकड़ खेत में कई फीट तक पानी भर गया और फसल डूब गई है वहीं कई घरों में नहर का पानी घुस गया है किसानों ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है।
बारगाँव के किसान लव तिवारी, शिवनारायण कश्यप समेत अन्य किसानों ने बताया कि कल शाम को जल संसाधन विभाग के एसडीओ को जानकारी दी गई कि नहर से पानी का रिसाव हो रहा है और नहर फुट सकती है सूचना के बाद टीम मौके पर पहुंची लेकिन कुछ नहीं किया नतीजा देर रात तक नहर फूट गई और नहर का पानी सैकड़ों एकड़ खेतों में कई फिटो तक भर गई इससे किसानों द्वारा खेतों में लगाई फसल डूब गई है।
किसानों ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि जानकारी देने के बाद भी न तो नहर की मरम्मत की गई और ना ही पानी का पलो कम किया गया जिससे नहर फुट गई और सैकड़ों एकड़ में लगी फसल तबाह होने की कगार पर है.
नहर फूटने के बाद आज अधिकारियों को जानकारी दी गई लेकिन अभी तक कई घंटे बाद भी नहर की मरम्मत शुरू नहीं की गई वही नहर में पानी का फ्लो भी कम नहीं हुआ है इससे नहर का पानी लगातार खेतों में घुस रहा है जिससे किसान परेशान हैं दूसरी और नहर का पानी घरों में भी घुस गया है इससे भी लोगों को काफी नुकसान हुआ है।
अफसर नहीं रहते लोकल इसलिए समस्या बड़ी जल संसाधन विभाग के एसडीओ, लोकल नहीं रहते, जिससे यह समस्या बड़ी है. क्षेत्र में अफसरों की सतत निगरानी नहीं होती विडंबना तो यह है की जानकारी देने के बाद भी अधिकारी अलर्ट नहीं होते. कल अफसरों ने गंभीरता दिखाई होती तो नहर नहीं फूटती और अफसरों की लापरवाही का खामियाजा किसानों भुगतना पड़ रहा है.