
कृषि महाविद्यालय में विभिन्न कानून एक्टों की दी गयी जानकारी कानून का उल्लंघन अपराध है-श्री अनिल बारा
नारायणपुर 23 मार्च 2022 इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर अंतर्गत कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, नारायणपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना ईकाई के द्वारा विशेष शिविर के तीसरे दिन पर विभिन्न गतिविधियां में संचालित की जा रही है, जिसमें योग और मेडिटेशन शामिल है। अधिष्ठता एवं कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना डॉ. रत्ना नशीने ने बताया की परियोजना कार्य मे बिंजली ग्राम के हैडपम्प के आस-पास साफ-सफाई कर सोख्ता गड्डा का निर्माण कार्य कर रहे है। साथ ही राम लीला ग्राउंड पर रंगमंच का रोग रोगन व रख रखाव महाविद्यालय के द्वारा किया जायेगा। बौद्धिक परिचर्चा सत्र मे स्वरोजगारमुखी प्रशिक्षण मे राखी बनाने का प्रशिक्षण वरिष्ठ स्वयं सेवक श्री दिलेन्द्र वर्मा के द्वारा दिया गया। दूसरे बौद्धिक परिचर्चा मे नारायणपुर के विधि विशेषज्ञ द्वारा कानून एवम विभिन्न एक्ट सम्बधी जनकारी दी गई। बौद्धिक परीचर्चा के सत्र मे चीफ जूडिशल मजिस्ट्रेट नारायणपुर श्री अनिल बारा ने स्वयं सेवकों से कहा कि कानून का उल्लंघन ना करें यह अपराध है और कैरियर के लिए घातक सिद्द हो सकता है। श्री बारा ने विभिन प्रकरणांे घटना, और कहानी के माध्यम से स्वयं सेवकों को समझाईश दी।
इस अवसर पर विधिक सह परिवेक्षा अधिकारी श्री संनातन मेरसा ने पोस्को एक्ट, बाल श्रम एक्ट, साइबर क्राइम, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम एवं अन्य एक्टो की जनकारी विस्तार से दी। उन्होंने स्वयं सेवकों से कहा कि कानून हमारी संरक्षण के लिए बनाए गए है। इसका सम्मान हमें हमेशा करना है। हमे यह याद रखना है की हमारी वजह से किसी को कष्ट ना पहुचे। वहीं महिला सरक्षण अधिकारी श्रीमती किरण नेलवाल चतुर्वेदी ने महिलाओ से जुड़े कानूनी अधिकारी की जनकारी देते हुए कहा की महिलाओ को मुक्त मे कानून सलाह प्राप्त करने का अधिकार है, उन्होंने वर्किंग प्लेस मे उत्पीड़न के विभिन्न जनकारी, गरिमा और शलीनता के लिए अधिकार, नाम सार्वजनिक ना करने का अधिकार, मातृत्व संबंधी अधिकार घरेलू हिंसा को रोकथाम कानून आदि की जानकारी दी तथा किसी भी महिला को अगर परेशानी है तो स्वयं सेवक उनसे संपर्क कर जानकारी दे सकते है।
कार्यक्रम में तरन्नुम खां केस वर्कर ने सखी वन स्टाप सेंटर की विस्कृत जानकारी देते हुए बताया की इसका लाभ महिलाओ किस प्रकार से ले सकती है। सभी वक्ताओ ने स्वयं सेवकों को प्रोत्साहित किया की आपके आसपास किसी भी तरह की घटना होती तो आप अवश्य मदद के लिए आगे आए। अधिष्ठता एवम कार्यक्रम अधिकारी ने विशेष शिविर की जानकारी देते हुए बताया की कानून की आवश्यकता हमे हर जगह पड़ती है हम कानून का पालन करेंगे और सम्मान देंगे तब ही हम सुरक्षित रहेंगे। विश्वजल दिवस पर स्वयं सेवकों के द्वरा नुक्कड़ नाटक, छत्तीसगढ़ी नृत्य, गीत की प्रस्तुति दी गई। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से विश्वजल दिवस वर्ष 2022 की थीम भुजल अदृश्य को दृश्यमान बनाना का मंचन स्वयं सेवकों अंगद राज बग्गा, वीर नारायण, रमादेवी नेताम, आकाश चंद्र, घनश्याम प्रसाद, रवि चंद्र, नरोत्तम पटेल, नमन मौर्य के द्वारा किया गया।