बिलासपुर 16 मई 2021।अपनी फैमिली के तीन लोगों को कोरोनो से खोने के बाद भी अविचल शर्मा टूटा नही,बल्कि निकल पड़ा दूसरे की जान बचाने के लिए खुद अपना प्लाज़्मा डोनेट करने हालांकि उनकी एंटीबॉडी इतनी डेवलप नही हुई थी कि उसकी प्लाज़्मा किसी को दी जा सके, लेकिन उनके मन मे लोगो की मद्दत के लिए इस कदर जुनून था कि उसने प्लाज़्मा नही तो ब्लड ही सही सोचकर अपना ब्लड ही डोनेट कर दिया ताकि किसी भी तरह से वह किसी के काम आ सके।
हाउसिंग बोर्ड़ खमतराई का 25 वर्षीय युवक अविचल शर्मा वैसे तो रायपुर में लेक्चरर के पद में कार्यरत है उनकी 35 वर्षीय दीदी कोरोनो पोसिटिव थी जिसे इलाज के लिए बिलासपुर के निजी कोविड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने उसे हर तरह से बचने की पूरी कोशिश की,रोटरी क्राउन की पायल लाठ के सहयोग से उसे प्लाज़्मा उपलब्ध करा कर प्लाज़्मा थैरपी भी दी गई थी लेकिन उसे बचाया नही जा सका और 11 मई को उसकी मौत हो गई । इसके पहले अविचल अपने बड़े पापा के 47 वर्षीय लड़के व 38 वर्षीय लड़की को भी खोया दिया था। घर मे जैसे दुखो की एक साथ बाढ़ सी आ गई थी , लेकिन अविचल टूटा नही और मानवता का ऐसा परिचय दिया जिसे देखकर हर किसी को हैरत होगी। अभी उसके दुखो के आँसू सूखे भी नही थे कि उसने अपना भी प्लाज़्मा डोनेट करने ब्लड बैंक पहुँच गये ताकि किसी अन्य की जान बचाई जा सके हालांकि उनका एंटीबॉडी इतना डेवलप नही था कि उसकी प्लाज़्मा किसी को लगाई जा सके लेकिन फिर भी वह खाली हाथ लौटने से बेहतर अपना ब्लड डोनेट करके ही गये ताकि किसी तरह वह किसी के काम आ सके।
उनके इस जज्बे को रोटरी क्राउन की पायल लाठ ने सलाम करते हुए लोगो से अपील की है कि आप सभी लोग भी सामने आइए और लोगो की जिंदगी बचाइये।