रतनपुर की पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष को ससुराल वालो ने दहेज़ के नाम पर मारपीट कर घर से निकाला, पीड़िता की थाने में भी नही हुई कोई सुनवाई विधायक शैलेष पाण्डेय के हस्तक्षेप के बाद पुलिस अधीक्षक ने दिए तात्काळ कार्यवाही के निर्देश
बिलासपुर 05 अप्रैल 2021।जिले में महिला उत्पीड़न के मामले लगातार बढ़ रहे है, हैरानी की बात यह है कि महिलाओं के मामले में संवेदनशीलता दिखाने वाली पुलिस महिलाओं की शिकायत पर तात्काळ कोई कार्यवाही नही कर रही है। आज पीड़ित महिलाओं को कार्यवाही के लिए विधायक व पुलिस अधीक्षक के दरवाजें खटखटाने पढ़ रहे है।
रविवार को एक मामला आया था कि पिता ने तीसरी शादी कर ली और माँ ने दूसरी शादी कर ली 22 वर्षीय बेटी के भरण पोषण का कोई सहारा नही रहा। पिता के पास जाने से पिता मार पीट कर घर से भगा दे रहा है। थक हार कर युवती विधायक शैलेष पाण्डेय से मिलकर न्याय की गुहार लगाई व विधायक की पहल पर आरोपी के खिलाफ तोरवा थाने में एफआईआर दर्ज हो सकी व एनजीओ से मद्दत दिलाने का प्रयास भी किया जा रहा है ।
वंही आज जो मामला सामने आया है उसमे पीडित महिला स्वयं जनप्रतिधि रह चुकी है । सन 2015 से 2020 तक पीड़ित महिला रतनपुर नगर पालिका की अध्यक्ष रह चूंकि है। जिन्हें न्याय नही मिल पा रहा है, थक हार कर वह आज बिलासपुर विधायक शैलेष पाण्डेय से मिली व उससे मद्दत की गुहार लगाई।
इस दौरान उसने एक आवेदन भी सौपी जिसमे उसने बताया है कि मैं आशा सूर्यवंशी नगर पालिका पूर्व अध्यक्ष रतनपुर ,पति -नारायण करियारे निवासी- वार्ड नंबर 3, महामाया पारा, रतनपुर मेरा विवाह 23/06/ 2017 में नारायण करियारे, पिता- पुरुषोत्तम करियारे ग्राम -पकरिया,थाना उरगा, जिला- कोरबा के साथ हुई थी। दाम्पत्य जीवन के 01 वर्ष बाद एक पुत्र हुआ जो वर्तमान में मेरे पास है। मेरे ससुराल वालो के द्वारा विवाह के 07 माह पश्चात ही दहेज के नाम पर मेरे साथ मानवीय व्यवहार व मारपीट गाली-गलौज करने लगे थे किंतु परिवारिक मामलों में सुधार होने की संभावना को देखते हुए मैंने थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई थी ।
युवती ने आगे लिखा है कि वह 18 मार्च 2021 को जब वह अपने पति के साथ मायका रतनपुर आई थी तब 01 दिन रुकने के बाद वह 20 मार्च 2021 को अपने पति के साथ ससुराल चली गई जहां पहुंचते ही पति ने उसके साथ मारपीट गाली लौच किया, वह बच्चे को छीन लिया। बड़ी मुश्किल से जान बचाकर घर के बाहर आकर 112 को सूचना दी 112 आई तब जाकर जान बच पाई। जहां से उसे व उनके पति दिनों को थाना लाया गया जंहा दोनों को समझाइस देकर छोड़ दिया गया। इस दौरान उसके पति ने पुलिस के सामने भी पैसों की मांग की थी। थाने से घर आने पर ननंद सावित्री दरिया के द्वारा गाली-गलौज मारपीट की गई कि मेरे भाई व पिता को जेल भेज रही थी कहते हुए ससुराल के पूरे परिवार पुरुषोत्तम कारियरे( ससुर), गीता देवी कारियरे (सास) नारायण कारियारे (पति) ,सुखदेव कारियरे देवर सभी ने मिलकर बाल खींचते हुए मुझे जमीन पर घसीटते हुए मारपीट की जिससे मेरे कान, नाक, गले ,दोनों हाथ, सीने में चोट आई है। उसी दौरान जब मेरे भाई व पिता वहां पहुंचे तो उसके साथ भी ससुराल वालों ने गाली गलौज व मारपीट की तथा घर के गेट में ताला लगाकर बंधक बनाकर रख लिया था व घर से बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा था । तब 112 को कॉल कर सूचना दी गई 112 के आने पर हमें वहां से बाहर निकलने को मिला इसकी सूचना थाने में भी दी गई है जिसके पश्चात मैं मायका का आ गई । कृपया मेरे ससुराल वालों के खिलाफ उचित दण्डात्मक कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करें।
जिसकी शिकायत पर विधायक शैलेष पाण्डेय ने महिला उत्पीड़न के मामले को गंभीरता से लेते हुए तात्काळ पीडिता को लेकर पुलिस अधीक्षक के पास गए जंहा पुलिस अधीक्षक से इस मामले में तात्काळ उचित कार्यवाही करने की मांग की गई। पुलिस अधीक्षक ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्यवाही के लिए तात्काळ महिला थाना को निर्देशित किया।